2015-09-15 13:01:00

नये धर्माध्यक्षों से आध्यात्मिक दुनियादारी के परित्याग का आह्वान


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 15 सितम्बर 2015 (सेदोक): रोम स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में, रविवार, 13 सितम्बर को, विगत 12 माहों के दौरान नियुक्त नये धर्माध्यक्षों को सन्देश देते हुए विश्व धर्माध्यक्षीय धर्मसभा के महासचिव कार्डिनल लोरेन्सो बालदीस्सेरी ने कहा कि आध्यात्मिक दुनियादारी मेषपाल रूप में हमारे मिशन से मेल नहीं खाती है।

कार्डिनल महोदय ने कहा कि इस प्रकार की आध्यात्मिक दुनियादारी कलीसिया के समक्ष एक ख़तरा है और इसे दूर करने के लिये "धर्माध्यक्षों को ईश्वर की तर्कणा, सुसमाचारों के नियम तथा क्रूस की प्रज्ञा के अधीन रहना चाहिये।"

कार्डिनल बालदीस्सेरी ने कहा, "स्वतः को खाली कर देना, प्रभु येसु के क्रूस का अनुसरण करना तथा ईश्वर के नियमों के अधीन रहकर विचार करना यही रास्ता है हम मेषपालों का और इसी रास्ते से हम अपनी अपनी स्थानीय कलीसियाओं को सही आकार दे पायेंगे।"

कार्डिनल महोदय ने इस मार्ग पर चलने हेतु नये धर्माध्यक्षों को तीन चरण सुझाये। सर्वप्रथम, स्वतः को खाली कर देना, द्वितीय, अपने रेवड़ की रखवाली के उपयुक्त मेषपाल होने के लिये अपने अहं को मार डालना तथा तृतीय, सभी परिस्थितियों में प्रभु के क्रूस का अनुसरण करना।

उन्होंने कहा कि विश्व के किसी भी धर्माध्यक्ष को उस दिशा में नहीं जाना चाहिये जहाँ उसका मन करता हो बल्कि उसे उसी दिशा में जाना चाहिये जो उसे उसके पुरोहितों, सहयोगियों एवं लोकधर्मी लोगों के साथ मिलकर येसु के पीछे हो लेने के लिये प्रेरित करती है। उन्होंने कहा कि सिर्फ ऐसा कर ही धर्माध्यक्ष को उसकी अपनी अस्मिता एवं पहचान मिलेगी तथा अपने मिशन को पहचानने में मदद मिलेगी।








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