2015-09-11 14:23:00

सुसमाचार के आनन्द का साक्ष्य देने हेतु येसु का केंद्र में होना आवश्यक


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 11 सितम्बर 2015 (वीआर सेदोक): वाटिकन स्थित कार्डिनल मंडल भवन में संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 11 सितम्बर को क्लारेशियन मिशनरी धर्मसमाज की आम सभा के प्रतिभागियों से मुलाकात कर समर्पित जीवन में बढ़ने हेतु प्रोत्साहन दिया।

उन्हें सम्बोधित कर संत पापा ने कहा, ″हम समर्पित जीवन वर्ष को मना रहे हैं जिसके लिए मैंने सभी समर्पित लोगों के नाम एक पत्र प्रेषित कर निमंत्रण दिया है कि वे भूतकाल को कृतज्ञता पूर्ण हृदय से देखें, वर्तमान को जोश के साथ जीयें तथा भविष्य को आशा के साथ स्वीकार करें।″ संत पापा ने कहा कि मैं इन्हीं बातों को आप को पुनः दुहराता हूँ कि जब येसु हमारे जीवन के केंद्र में हैं तब ही हम सुसमाचार के आनन्द का साक्ष्य दे सकते हैं।

संत पापा ने कहा कि कृतज्ञता पूर्ण हृदय से भूतकाल का स्मरण करने का अर्थ है उन भाई बहनों के साक्ष्य के लिए ईश्वर को धन्यवाद देना जिन्होंने विश्वास को बनाये रखा तथा पूर्ण आनन्द के साथ जीया, यहाँ तक कि विश्वास के कारण कई लोगों को शहीद भी होना पड़ा। इसमें प्रभु का ही हाथ है जिन्होंने हमारी अयोग्यता एवं दुर्बलता के बावजूद लोगों के बीच चमत्कार पूर्ण कार्य सम्पन्न किया।

संत पापा ने वर्तमान को उत्साह से जीने का अर्थ समझाते हुए कहा कि वे अपने पूजनीय संस्थापक संत अंतोनी मेरी क्लारेट के मनोभाव को धारण करते हुए येसु के समान प्रेम करें तथा प्रेरिताई से आनी वाली चुनौतियों का सामना करने हेतु तैयार रहें।

संत पापा ने कहा कि भविष्य को आशा के साथ स्वीकार करने का अर्थ निराशा को हावी होने नहीं देना है। घबरायें नहीं क्योंकि प्रभु प्रबंध करते हैं। प्रभु पर भरोसा रखें तथा उनके करुणावान उपस्थिति का एहसास करें।

संत पापा ने क्लारेशियन मिशनरी धर्मसमाज की प्रेरिताई की सराहना की। उन्होंने उन्हें माता मरियम के हाथों सिपुर्द करते हुए उनके पद चिन्हों पर चलने हेतु शुभकामनाएँ अर्पित कीं।








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