2015-09-11 14:56:00

फिलीपीन्स की कलीसिया के प्रति मेरा आभार, अन्दरेया रोसाल


फिलीपीन्स, शुक्रवार 11 सितम्बर 2015, (उका न्यूज) 18 महीने से कारावास में बंद अन्दरेया रोसाल ने 7 सितम्बर को अपनी रिहाई के उपरान्त फिलीपीन्स की कलीसिया के प्रति अपना आभार व्यक्त किया है, जो कि उनकी रिहाई में एक महत्वपूर्ण योगदान की है।

“मैं अपने में ऐसा नहीं कर पाती यदि कलीसिया के लोगों ने मेरी सहायता न की होती।” उक्त बातें अन्दरेया रोसाल ने कही जो सेना के द्वारा कम्युनिस्ट उपद्रवी होने के आरोप में गिरफ्तार की गई थी तथा जिन पर मनीला मार्च 2014 में अपहरण और कत्ल के आरोप लगाये गये थे।

ज्ञात हो उस समय उनका 7 महीने का गर्भ था और उन्हें अपने सज़ा के दौरान एक लड़की बच्ची को जन्म दिया जो जन्म के तुरन्त बार ही मर गयी।

परिवार और जीवन आयोग के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने सरकार से निवेदन किया था कि वे रोसाल को उनकी बेटी के दफन क्रिया में भाग लेने की अनुमति दे। “वह पहले ही मानवीय मूलभूत और गर्भावस्था के मातृत्व अधिकार से पूर्णरूपेण वंचित कर दी गई है। हमें उन्हें उनकी बेटी के दफन में भाग लेने से वंचित नहीं करना चाहिए। सम्मेलन के अध्यक्ष फादर मेलविन कास्टो ने उक्त बातें उस समय कहीं थी।

“मैं सर्वप्रथम अपनी बेटी की कब्र को देखने जाऊँगी।” अपनी रिहाई के बाद रोसाल ये प्रथम वाक्य ऊका समाचार से कही। क्रीजोन प्रान्त के न्यायालय ने उनके प्रति सभी आरोपों को खारिज करते हुए उन्हें बइज्जत बरी करने का निर्देश दिया है।  

रोसाल में अपनी कृतज्ञता उन मानव अधिकार कार्यकर्ताओं, मित्रों और विशेष कर कलीसिया के प्रति प्रकट की जो सचमुच में उनकी रिहाई हेतु अपनी आवाज बुलंद की है। उन्होंने कहा, “ये आप  हैं जिन्होंने मुश्किल की घड़ी मेरी सहायता की है, आप लोग मेरे लिए प्रेरणा के स्रोत हैं, आप के बिना श्याद मैं जीवित नहीं रहती।”  








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