2015-09-10 17:18:00

पृथ्वी एक उपहार है सबों के भविष्य हेतु हमें इसकी देखभाल करना है


कराची, बृहस्पतिवार, 10 सितम्बर 2015, (एशिया न्यूज) संत पापा के विश्व पत्र “लाओदातो सी” के संर्दभ में सोमवार को कराची के फ्राँसिसकन न्याय, शांति और समन्वय केन्द्र ने पाकिस्तान कारितास के साथ मिलकर संयुक्त रुप से विश्व शांति के लिए प्रार्थना और पृथ्वी की देखभाल हेतु एक संगोष्ठी का आयोजन हैदराबाद धर्मप्रान्त के निष्कलंक गर्भधारण पल्ली कोट्री में किया, जो दक्षिणी-पूर्वी सिन्ध प्रान्त में पड़ता है।

संगोष्ठी का मुख्य उद्देश्य था पयार्वरण सिद्धान्त पर विचार मंथन करना जिससे मानव और प्रकृति के संबंध पर हो रहे परिवर्तन को सुधारा जा सके, जिसके फलस्वरूप आने वाली पीढ़ी पृथ्वी को माता के रूप में देख सके और इसका उचित रख-रखाव कर सके।

पाकिस्तान के न्याय और शांति समिति में कार्यरत अधिकारी दानिश याकूब ने कहा, “आज हम यहाँ संत पापा के विश्व पत्र पर विचार मंथन करने जमा हुए है जो 01 सितम्बर को विश्व पयार्वरण प्रार्थना के रूप में मनाया गया।

‘लाओदातो सी’ को उद्दित करते हुए, मानशा नूर पाकिस्तान कारितास के प्रवर्तक अध्यक्ष ने कहा, मैं संत पापा के विचारों के सहमत हूँ जो जलवायु परिवर्तन और इसका पूरा प्रभाव समाज, अर्थव्यवस्था और राजनीतिक से चिंतित है। सबसे दयनीय बात तो विकासशील देश के द्वारा प्राकृतिक संपदा का दोहन है।

पाकिस्तान कारितास के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमजद गुलजार ने कहा, विश्व पृथ्वी संरक्षण हेतु प्रार्थना एक महत्वपूर्ण अवसर है काथलिकों और पूरे विश्व के लोगों के लिए जहाँ हमें सृष्टि की रक्षा करते हुए भावी पीढ़ी के भविष्य को बचाने का आह्वान किया गया है। हमारे व्यक्तिगत प्रयास अति महत्वपूर्ण है और विशेष कर युवा पीढ़ी का योगदान इसमें अति आवश्यक है।

धर्मप्रान्त के डीन मान्यवर दनियल फयेज. ने कहा, “ईश्वर ने हमें सुन्दर सृष्टि प्रदान की है लेकिन मानव अपने व्यवहार द्वारा इसे जहरीला बना रहा है। हमें मानवता की भलाई की बात सोचनी है और सृष्टि को बचाने का कदम उठाना हैं।”  

बैठक के दौरान आयोजकों ने विभिन्न दलों में विभाजित हो कर अपने विचारों का आदान-प्रदान किया जिससे विकासशील विचारों का कार्यान्वयन हो सके। इस बैठक में धर्मप्रान्त के सभी विशेष अधिकारियों के अलावा 80 से अधिक पल्लीवासियों ने भाग लिया।








All the contents on this site are copyrighted ©.