2015-09-04 11:57:00

मध्यपूर्व एवं अफ्रीका के संघर्षों ने एक करोड़ तीस लाख बच्चों को शिक्षा से किया वंचित


बगदाद, शुक्रवार, 4 सितम्बर 2015 (सेदोक): संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि यूनिसेफ का कहना है कि मध्य पूर्व और उत्तरी अफ्रीका में जारी युद्धों ने कम से कम एक करोड़ तीस लाख बच्चों को शिक्षा के अधिकार से वंचित कर दिया है क्योंकि इन लड़ाइयों में कई स्कूल ध्वस्त अथवा क्षतिग्रस्त हो गये हैं।    

रिपोर्ट में इंगित किया गया कि सीरिया, ईराक, यमन और लीबिया में लगभग 9,000 स्कूलों का इस्तेमाल शिक्षा प्रदान करने के लिये नहीं किया जा सकता है।

मध्यपूर्व एवं उत्तरी अफ्रीका में संयुक्त राष्ट्र संघीय बाल निधि यूनिसेफ के प्रान्तीय निर्देशक पीटर सलामा के अनुसार "संघर्षों का विनाशकारी प्रभाव बच्चों पर साफ दिखाई दे रहा है तथा यह क्षति केवल स्कूलों को पहुँचाई गई भौतिक क्षति नहीं है अपितु यह एक सम्पूर्ण पीढ़ी के बच्चों की आशाओं एवं भविष्य को छिन्न-भिन्न  कर रहा है।  

प्रकाशित आँकड़ों के अनुसार स्कूल जाने में असमर्थ एक करोड़ 37 लाख बच्चे सिरिया, यमन, लिबिया एवं सूडान के 40 प्रतिशत स्कूली बच्चों का प्रतिनिधित्व करते हैं। संयुक्त राष्ट्र संघ की आशंका है कि यह संख्या 50 प्रतिशत तक पहुँच सकती है। 

यूनीसेफ के अनुसार 2014 के दौरान सिरिया, ईराक, लिबिया, फिलीस्तीनी क्षेत्रों, सूडान और यमन में 214 स्कूलों पर हमलों की रिपोर्ट सामने आई। इसके अतिरिक्त, सिरिया में सन् 2011 के बाद से चार में से एक स्कूल को बन्द कर दिया गया जिससे बीस लाख बच्चे प्रभावित हुए हैं। 








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