2015-09-02 12:12:00

मानवाधिकार कार्यकर्त्ता जॉन दयाल सम्मानित


नई दिल्ली, बुधवार, 2 सितम्बर 2015 (ऊका समाचर): काथलिक नेता एवं मानवाधिकार कार्यकर्त्ता जॉन दयाल उन चार मानवाधिकार समर्थकों में शामिल हैं जिन्हें भारतीय मुसलमानों के "मजलिस-ए-मुशावरात" संगठन ने अन्तरधार्मिक मैत्री एवं नागरिकों के मानवाधिकारों की रक्षा हेतु सम्मानित किया है।

नई दिल्ली में उक्त संगठन की स्वर्ण जयन्ती समारोह के अवसर पर भारत के उप-राष्ट्रपति हामिद अंसारी ने मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं को पुरस्कार अर्पित किये।

पुरस्कार के प्रशस्ति पत्र में कहा गया कि इन मानवाधिकार कार्यकर्त्ताओं को साम्प्रदायिक सद्भाव, राष्ट्रीय एकता और नागरिकों के अधिकारों की रक्षा हेतु अपनी आवाज़ उठाने के लिये उक्त पुरस्कार दिया जा रहा था।  

डॉ. जॉन दयाल के साथ-साथ मानवाधिकार कार्यकर्त्ता तीस्ता सीतलवाद, हर्ष मन्दर एवं रवि नायर को भी उक्त संगठन ने सम्मानित किया है।

67 वर्षीय डॉ. जॉन दयाल न्याय एवं पुनर्मिलन को बढ़ावा देने तथा विस्थापित ख्रीस्तीयों एवं अन्य अल्पसंख्यक लोगों के अधिकारों का सम्मान करने हेतु संघर्षरत रहे हैं। वे भारत की राष्ट्रीय एकीकरण समिति के सदस्य तथा ऑल इन्डिया क्रिस्टियन काऊन्सल के महासचिव हैं।

मानवाधिकार कार्यकर्त्ता तीस्ता सीतलवाद एवं हर्ष मन्दर 2002 में गुजरात में हुए हिन्दू मुस्लिम दंगों के शिकार बने लोगों के लिये न्याय की मांग करते रहे हैं तथा रवि नायर राज्य सरकार के भेदभावों के विरुद्ध अपनी आवाज़ उठाते रहे हैं।  








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