2015-09-01 12:13:00

ख्रीस्तीय समुदाय पर जारी हिंसा के विरुद्ध प्रदर्शन


नई दिल्ली, मंगलवार, 1 सितम्बर 2015 (ऊका समाचार): नई दिल्ली में, 30 अगस्त को संसद भवन के समक्ष काथलिकों सहित सभी ख्रीस्तीय सम्प्रदायों के लगभग 7000 ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों ने एक प्रदर्शन में भाग लेकर सम्पूर्ण भारत में ख्रीस्तीय समुदाय के खिलाफ अनवरत जारी हिंसा एवं घृणा अभियान को तुरन्त समाप्त करने की मांग की।

विरोध प्रदर्शन में देहली तथा पड़ोसी राज्य हरियाणा, पंजाब एवं उत्तरप्रदेश की धर्मबहनों, पुरोहितों एवं लोकधर्मी ख्रीस्तीयों ने भाग लिया।

प्रदर्शनकारियों ने केन्द्रीय सरकार का आह्वान किया कि वह सभी राज्य सरकारों को धार्मिक एवं अल्पसंख्यक समुदायों की रक्षा से सम्बन्धित राष्ट्रीय नीति पर स्पष्ट निर्देश जारी करे।

ख्रीस्तीय नेताओं ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि इस वर्ष के आरम्भ में प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी ने ख्रीस्तीयों के एक राष्ट्रीय शिविर को सम्बोधित करते हुए कहा था कि उनकी सरकार किसी भी धर्म के खिलाफ़ हिंसा को सहन नहीं करेगी किन्तु, इसके बावजूद, ज़मीनी हकीकत नहीं बदली है। विभिन्न राज्यों में ख्रीस्तीयों पर हमले जारी हैं।

  एवेन्जेलिकल फैलोशिप ऑफ इन्डिया ख्रीस्तीय समुदाय के धार्मिक स्वतंत्रता आयोग के अनुसार इस वर्ष के आरम्भ से अब तक ख्रीस्तीयों के विरुद्ध 100 से अधिक हमले हुए हैं। इनमें पश्चिम बंगाल में तथा रायपुर में दो काथलिक धर्मबहनों के बलात्कार के मामले प्रमुख हैं। 








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