2015-09-01 12:51:00

करुणा की जयन्ती ईश्वर की दया के साथ साक्षात्कार का सुअवसर


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 1 सितम्बर 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि करुणा की जयन्ती प्रभु ईश्वर की दया के साथ साक्षात्कार का सुअवसर है।

दैवीय करुणा को समर्पित जयन्ती वर्ष के दौरान मिलने वाले दण्ड मोचन पर सन्त पापा फ्राँसिस ने मंगलवार को "नवीन सुसमाचार प्रचार सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद" के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष रीनो फिज़ीकेल्ला को एक पत्र प्रेषित किया। 

पत्र में सन्त पापा ने आशा व्यक्त की है कि सभी विश्वासी करुणा को समर्पित वर्ष के दौरान ईश्वर की दया एवं उनके सामीप्य का सुखद अनुभव प्राप्त कर अपने विश्वास को सुदृढ़ कर सकें। इस वर्ष के दौरान सन्त पापा ने सभी से दया के कार्यों में संलग्न होने का भी अनुरोध किया है।इस तथ्य की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि प्रभु ईश्वर की दया अपार है तथा वे मनुष्यों के पापों को क्षमा कर देते हैं सन्त पापा ने कहा, "पापमोचन के लिये पश्चाताप एवं क्षमा याचना करना ज़रूरी है इसलिये करुणा को समर्पित वर्ष के दौरान सभी ख्रीस्तीय विश्वासी, सच्चे मनपरिवर्तन के चिन्ह रूप में, रोम के चार महागिरजाघरों के पवित्र द्वारों तथा विश्व के धर्मप्रान्तों के महागिरजाघरों के पवित्र द्वारों की तीर्थयात्रा कर दण्डमोचन पा सकेंगे।"               

सन्त पापा ने लिखा, "यह अत्यधिक महत्वपूर्ण है कि यह क्षण दया पर मनन चिन्तन सहित पुनर्मिलन एवं यूखारिस्तीय संस्कारों से जुड़ा रहे। इसके अतिरिक्त, पाप मुक्ति या दण्डमोचन पाने के इच्छुक काथलिक विश्वासी प्रेरितों के धर्मसार का पाठ करें तथा सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया एवं सम्पूर्ण विश्व के लिये अर्पित कलीसिया के परमाध्यक्ष के मनोरथों के लिये प्रार्थना करेँ।"  

रोगियों, वृद्धों एवं अपने घरों से बाहर निकलने में असमर्थ लोगों के सन्दर्भ में सन्त पापा ने लिखा, "जो लोग पवित्र द्वार तक तीर्थयात्रा करने में असमर्थ हैं वे अपनी पीड़ा को प्रभु को अर्पित करें।  वे जब भी सम्भव हो ख्रीस्तयागों में भाग लें, परमप्रसाद ग्रहण करें तथा अपनी पीड़ा को अन्यों के कल्याण हेतु को अर्पित कर येसु ख्रीस्त के दुखभोग, उनकी मृत्यु एवं पुनरुत्थान में शामिल होकर दण्डमोचन प्राप्त करें।  

सन्त पापा ने लिखा कि जयन्ती वर्ष आशा और विश्वास का वर्ष है जिसमें अन्याय करनेवाले को अपने अन्तःकरण की आवाज़ सुनने तथा पापों पर पछताकर उनके लिये क्षमा पाने का मौका मिलता है। 








All the contents on this site are copyrighted ©.