2015-08-27 16:56:00

श्रोताओं के पत्र


पत्र- 17.8.15

स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर हमारा हार्दिक प्यार स्वीकार करें। हम आपके रेडियो कार्यक्रम के नियमित श्रोता हैं तथा आपके वेबसाईट का भी दौरा करते हैं कृपया कार्यक्रम सूची तथा कुछ सामग्री भेजने की कृपा करें। आप ई समाचार भेजने वालों की सूची में हमारे आई. डी. को भी शामिल कर लें।

डॉ. एस.एस भट्टाचार्य, चेतक लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष, नाबोडी पाल्ली, मेदिनीपुर, पश्चिम बंगाल।

पत्र- 11.8. 2015

मैं भी रेडियो वाटिकन हिन्दी का सदस्य बनना चाहता हूँ।

दीपक कुमार, कालकाजी डबल स्टोरी, नई दिल्ली।

पत्र- 15.8.15

विनम्रता के बहुत ही अच्छे उदाहरण हैं माता मरियम।

शंकर प्रसाद शम्भु।

पत्र- 4.5.15

एक दिन मैं कॉलेज से घर आने के लिये निकला। आसमान में बादल थे...लग रहा था कि बारिश होने वाली थी...इसलिए सोचा कि घर जल्दी पहुँच जाऊँ, पर रास्ते में ही बारिश शुरू हो गई और मैं भींग गया...!!! घर जाते ही बड़ी बहन ने कहा - "थोड़ी देर रुक नहीं सकते थे...??

बड़े भाई ने कहा - "कहीं साइड में खड़े हो जाते ...??

पापा ने कहा - खड़े कैसे हो जाते..!! जनाब को बारिश में भींगने का शौक जो है..??

इतने में मम्मी आई और सिर पर टॉवेल रखते हुए बोली - ये बारिश भी ना... थोड़ी देर रुक जाती तो मेरा बेटा घर आ जाता...!!!

'माँ' तो 'माँ' होती है...

डॉ. हेमन्त कुमार, प्रियदर्शनी रेडियो लिसर्न्स क्लब के अध्यक्ष, गोराडीह भागलपुर। 








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