2015-08-18 11:29:00

भोपाल: गिरजाघर में चोरी, ईसाइयों के अनुसार दण्ड मुक्ति का सबूत


भोपाल, मंगलवार, 18 अगस्त 2015 (ऊका समाचार): मध्यप्रदेश के एक काथलिक गिरजाघर में चोरी और लूटमार के उपरान्त कलीसिया के नेताओं ने राज्य के अधिकारियों पर ईसाइयों के खिलाफ अपराधों की उपेक्षा करने तथा अपराधियों को दण्डित न करने का आरोप लगाया है। 

गिरजाघर के अधिकारियों ने बताया कि डकैतों ने, 13 अगस्त की रात्रि, सागर धर्मप्रान्त के गंज बासौदा में सेंट जोसेफ चर्च में प्रवेश किया तथा दान पेटी से नकदी राशि लेकर फरार हो गये।

16 अगस्त को, ऊकान्यूज़.कॉम से बातचीत में पल्ली पुरोहित फादर नितिश जैकब ने बताया कि इस वर्ष में चोरों द्वारा किया चोरी का यह तीसरा प्रयास था।

डकैती का पहला प्रयास विगत 03 दिसम्बर को किया गया था जब डकैतों ने गिरजाघर के कार्यालय से एक लाख रुपये चुरा लिये थे। 

इसी प्रकार इस वर्ष 15 फरवरी को भी डकैत सेन्ट जोसफ गिरजाघर में घुसे थे किन्तु आस-पड़ोस के लोगों का शोरगुल सुन वे भाग गये थे।

सागर के काथलिक धर्माध्यक्ष एन्थोनी चिरायत ने इन घटनाओं पर क्षोभ व्यक्त करते हुए कहा कि यह राज्य में ख्रीस्तीयों के विरुद्ध हमलों को रोकने हेतु पुलिस की निष्क्रियता का परिणाम है जो अपराधियों को प्रश्रय दे रही है।

ऊका समाचार से उन्होंने कहाः "पुलिस निष्क्रिय है और गिरजाघरों पर किये जानेवाले हमलों पर कोई कार्रवाई नहीं करती है। वे हमारी शिकायतों को गम्भीरतापूर्वक नहीं लेते हैं। जाँचपड़ताल करना तथा अपराधियों पर न्यायोचित कार्रवाई करना पुलिस का दायित्व है।"

कलीसियाई नेताओं का कहना है कि 2003 के बाद से जब से हिन्दू चरमपंथियों द्वारा समर्थित भारतीय जनता पार्टी सत्ता में आई है तब से ख्रीस्तीय-विरोधी हमलों में इज़ाफा हुआ है।

स्थानीय पुलिस का कहना है कि वह जाँचपड़ताल कर रही है। उसका कहना है कि गिरजाघर की गतिविधियों से परिचित लोग ही चोरी और हमलों में लिप्त हैं। जबकि, धर्माध्यक्ष चिरायत एवं अन्य कलीसियाई नेताओं ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया है कि 12 वर्ष पूर्व भाजपा के सत्ता में आने के बाद से राज्य में ख्रीस्तीयों पर कम से कम 100 हमले हुए हैं, जिनमें से 20 से अधिक ख्रीस्तीय विरोधी घटनाएं विगत छः माहों के दरम्यान हुई हैं।








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