2015-08-13 15:25:00

संत पापा की उदारता


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 13 अगस्त 2015 (वीआर अंग्रेजी): ″एक भटकी हुई भेड़ की खोज में सब कुछ छोड़कर निकल पड़ना, क्योंकि येसु कहते हैं इन नन्हों में से एक भी नष्ट न हो जाय। यही संत पापा की उदारता है।″ यह बात महाधर्माध्यक्ष कॉनराड क्रोजोस्की ने वाटिकन के पत्रकारों से कही।

उन्होंने कहा, ″चैरिटी किसी रंग, जाति अथवा धर्म का भेद नहीं करती। यह हमारे जन्मस्थान के अनुसार हमें नहीं देखती किन्तु समय और अवसर की परवाह किये बिना उन लोगों के पास जाती है जो आवश्यकता में पड़े हैं। महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि संत पापा की उदारता अपने धर्मप्रांत रोम के सभी लोगों के प्रति इसी प्रकार की है, चाहे वे कुछ समय के लिए रोम में रह रहे हों अथवा शरणार्थी या विस्थापित हों अथवा आश्रय की तलाश कर रहे हों।″ 

उन्होंने कहा कि मन और हृदय को हाथों की आवश्यकता होती है जिसे कि वह जरूरतमंदों को मदद पहुँचा सकें। वे हाथ हैं स्वयंसेवक जिनका एक कार्यालय है करीतास कार्यालय। प्रतिदिन उनका यही प्रयास होता है कि वे लोगों तक मदद पहुँचा सकें।

वाटिकन सूत्रों के अनुसार सोमवार 10 अगस्त को वाटिकन की ओर से गरीब लोगों के बीच खाद्य पदार्थों का वितरण किया गया। खाद्य पदार्थों में विशेष रूप से पास्ता, दूध, चावल, बिस्कीट तथा तेल बांटे गये।

विदित हो कि पिछले माह महाधर्माध्यक्ष ने बाओबाब जाकर लोगों के बीच दवाईयों का वितरण किया था।








All the contents on this site are copyrighted ©.