2015-08-12 09:37:00

वाटिकन सिटीः 49 वें विश्व शांति दिवस का विषय घोषित


वाटिकन सिटी, बुधवार, 12 अगस्त 2015 (सेदोक): "उदासीनता को पार करें और शांति को जीतें", यह है काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित 49 वें विश्व शांति दिवस के लिये सन्त पापा फ्राँसिस के सन्देश का विषय।   

वाटिकन ने, मंगलवार को, पहली जनवरी सन् 2016 को मनाये जानेवाले विश्व शांति दिवस के लिये सन्त पापा फ्राँसिस के सन्देश के विषय की प्रकाशना कर दी।  

सन्देश में सन्त पापा इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हैं कि हमारे युग के अभिशापों के प्रति उदासीन हो जाना ही शांति की कमी का मूलभूत कारण है। वे लिखते हैं: "आज, उदासीनता प्रायः विभिन्न प्रकार के वैयक्तिकवाद से जुड़ी है जो अलगाव, अज्ञान तथा स्वार्थ और इसलिए, अभिरुचि के अभाव एवं प्रतिबद्धता की कमी का कारण बनती है।"

सन्त पापा कहते हैं कि सूचना में वृद्धि का अर्थ समस्याओं पर ध्यान आकर्षित कराना नहीं है क्योंकि यदि इसके साथ एकात्मता और उदारता नहीं जुड़ी है तो ये सूचनाएँ व्यर्थ ही होंगी। उन्होंने कहा कि शांति के बीज आरोपित करने के लिये परिवारों, शिक्षकों, संस्कृति के ज्ञाताओं, मीडिया विशेषज्ञों, विद्धानों एवं कलाकारों का योगदान नितान्त आवश्यक है क्योंकि एक साथ मिलकर ही उदासीनता की चुनौती का सामना किया जा सकता है तथा शांति स्थापना की जा सकती है।

49 वें विश्व शांति दिवस के सन्देश में सन्त पापा फ्राँसिस इस तथ्य की ओर भी ध्यान आकर्षित कराते हैं कि मन और हृदय परिवर्तन के बिना, रचनात्कता की भावना के बिना तथा सकारात्मक विचार विमर्श के बिना शांति निर्माण का सपना कभी साकार नहीं हो सकता।

उग्रवाद, असहिष्णुता, धर्मान्धता, आतंकवाद, नरसंहा तथा धर्म और विश्वास के कारण उत्पीड़न को  

वर्तमान युग की समस्याएं एवं चुनौतियाँ बताकर सन्त पापा कहते हैं कि शांति निर्माण के लिये इन गम्भीर समस्याओं एवं चुनौतियों के प्रति ज़िम्मेदारी और जागरुकता बढ़ाने की नितान्त आवश्यकता है।

काथलिक कलीसिया द्वारा घोषित विश्व शांति दिवस की स्थापना सन्त पापा पौल षष्टम ने की थी। यह प्रतिवर्ष पहली जनवरी को मनाया जाता है।  








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