2015-07-29 12:28:00

वाटिकन सिटीः जॉन पौल द्वितीय एवं यहूदी लोग प्रदर्शनी उदघाटित


वाटिकन सिटी, बुधवार, 29 जुलाई 2015 (वीआईएस): "जॉन पौल द्वितीय एवं यहूदी लोगः परस्पर अनुग्रह" यह शीर्षक है उस प्रदर्शनी का जिसका उदघाटन मंगलवार को वाटिकन में एक प्रेस सम्मेलन में किया गया। उदघाटन के अवसर पर काथलिक कलीसिया एवं रोम प्रशासन के वरिष्ठ अधिकारियों सहित रोम में यहूदियों के प्रधान रब्बी रिकार्दो दी सेन्नी भी उपस्थित थे। 

यह प्रदर्शनी वाटिकन संग्रहालय के चार्लमागने भवन में 28 जुलाई से 17 सितम्बर तक जारी रहेगी। इससे पहले अमरीका के कई राज्यों में यह प्रदर्शनी का आयोजित की जाती रही है तथा लगभग दस लाख लोग इसके दर्शन कर चुके हैं।   

सर्वप्रथम यह प्रदर्शनी सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के 85 वें जन्मदिवस पर उन्हें उपहार स्वरूप भेंट की गई थी तथा अमरीका के ओहाइयो राज्य के सिनसिनाती स्थित सेन्ट ज़ेवियर विश्वविद्यालय में 18 मई सन् 2005 को इसका उदघाटन किया गया था।

"जॉन पौल द्वितीय एवं यहूदी लोगः परस्पर अनुग्रह" शीर्षक के तहत उदघाटित प्रदर्शनी तस्वीरों, विडियो और ऑडियो रिकार्डिंग्ज़ तथा दस्तावेज़ों के माध्यम से सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय द्वारा यहूदी लोगों के क़रीब आने हेतु किये गये प्रयासों को दर्शाती है। इस प्रदर्शनी के माध्यम से काथलिक कलीसिया तथा यहूदी धर्म के बीच सम्बन्धों के सुधार हेतु सन्त जॉन पौल द्वारा आरम्भ पहलों और, विशेष रूप से, द्वितीय वाटिकन महासभा के "नोस्त्रा एताते" दस्तावेज़ को कार्यरूप प्रदान करने हेतु उनके प्रयासों पर चिन्तन का मौका मिलता है।

अन्तरधार्मिक वार्ता को मानवता की प्रगति का स्रोत माननेवाले कई विश्वविद्यालयों एवं निजी व्यक्तियों के आर्थिक अंशदान से तैयार उक्त प्रदर्शनी यहूदियों के साथ सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय के सम्बन्धों को प्रकाशित करती है, जिन्होंने 13 अप्रैल सन् 1986 ई. को रोम के यहूदी सभागृह की भेंट कर उन्हें, यानि यहूदियों को "हमारे ज्येष्ठ भ्राता" अर्थात् बड़े भाई कहकर सम्बोधित किया था।  








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