2015-07-18 16:23:00

मार इवानियोस की स्मृति में पाँच दिवसीय तीर्थयात्रा


तिरुवनंतपुरम, शनिवार, 18 जुलाई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ केरल की जैकोबाईट काथलिक समुदाय के संस्थापक ईश्वर के सेवक मार इवानियोस की स्मृति में पद यात्रा कर पाँच दिवसीय तीर्थयात्रा पूरी की।

भारत स्थित केरल राज्य में आयोजित इस तीर्थयात्रा के प्रमुख आयोजक फादर थॉमस काय्यालाकल ने ईश्वर के सेवक मार इवानियोस के बारे कहा, ″वे हमारी कलीसिया के पिता हैं। हमारे पूजनीय पिता की कब्र की यात्रा करना इस कलीसिया की आध्यात्मिकता का हिस्सा है।″

उन्होंने कहा कि जब 37 सालों पूर्व इस तीर्थयात्रा की शुरूआत हुई थी उस समय तीर्थयात्रियों की संख्या 20 से भी कम थी जबकि आज इसकी संख्या बहुत अधिक बढ़ गयी है।

सिरो मालांकारा कलीसिया की स्थापना सन् 1930 ई. में हुई थी जब जैकोबाईट कलीसिया का एक हिस्सा काथलिक कलीसिया में शामिल हो गया था किन्तु पुरानी रीति को जारी रखा था। ईश्वर के सेवक मार इवानियोस इस रीति के संस्थापक माने जाते हैं। उनका निधन 62 साल पहले हुई तथा सन् 2007 ई. में वे ईश्वर के सेवक घोषित किये गये।

कलीसिया के शीर्ष कार्डिनल बेसिलियोस क्लिमस ने मार इवानियोस के जन्म स्थल से 130 किलो मीटर की दूरी तय कर, तिरुवनंतपुरम स्थित उनके कब्रस्थान तक की तीर्थयात्रा पूरी की।

तीर्थयात्रा के मुख्य अतिथि न्याय एवं शांति के लिए बनी परमधर्मपीठ समिति के अध्यक्ष कार्डिनल पीटर टर्कसन ने कहा, ″ईश्वर के सेवक मार इवानियोस आधुनिक मूसा नबी हैं जिन्होंने अपने विश्वासियों को प्रतिज्ञात देश की ओर आगे बढ़ाया।″

15 जुलाई को समाप्त होने वाले इस तीर्थयात्रा में करीब 2000 विश्वासियों ने भाग लिया।

 

 








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