2015-07-16 15:56:00

महापौरों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को संत पापा सम्बोधित करेंगे


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 16 जुलाई 2015 (सीएए)꞉ संत पापा फ्राँसिस वाटिकन में इस माह के अंत में जलवायु परिवर्तन तथा मानव तस्करी के बीच संबंध पर आयोजित विश्व भर के प्रमुख शहरों के महापौरों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन को सम्बोधित करेंगे।

जॉर्ज मसोन विश्वविद्यालय से मिखाएल शंक ने हॉली सी प्रेस ऑफिस में कहा, ″लोगों के उद्देश्य एवं ग्रह के उद्देश्य दोनों मुद्दे एक-दूसरे से जुड़े हैं।″ 

उन्होंने कहा, ″कई वैश्विक बैठकों में से यह सभा अद्वितीय होगी क्योंकि यह अत्यन्त व्यवहारिक है।″

15 जुलाई को प्रेस सम्मेलन की विषय वस्तु थी, ″आधुनिक दासता तथा जलवायु परिवर्तन, शहरों की प्रतिबद्धता।″ यह सम्मेलन 21 से 22 जुलाई को परमधर्मपीठीय विज्ञान अकादमी के तत्वाधान में आयोजित बृहद सम्मेलन की तैयारी का हिस्सा था।

आगामी सम्मेलन में विश्व भर के विभिन्न हिस्सों से महापौर एवं शहरों के प्रमुख उपस्थित होंगे जिनमें से कई पर्यावरण के प्रति जागरूकता के इतिहास से जुड़े हैं। सम्मेलन का आयोजन संत पापा फ्राँसिस के प्रेरितिक पत्र ‘लाओदातो सी’ के प्रकाशित होने के एक महीने बाद किया जा रहा है।

184 पृष्ठों के प्रेरितिक पत्र में कई विवादास्पद विषय हैं जैसे जलवायु परिवर्तन। यह दस्तावेज पर्यावरण की रक्षा करने की अपील करता है जिसके लिए मानव जीवन की रक्षा करना अति आवश्यक है। वाटिकन के पीएस चांसलर धर्माध्यक्ष मरचेल्लो संकेज सोरोंदो ने कहा, ″दो मानव प्रेरित आपात स्थिति जलवायु परिवर्तन एवं सामाजिक संकट के बीच स्पष्ट संबंध है।

उन्होंने कहा कि प्रेरितिक पत्र का अनुसरण करते हुए हमारा दायित्व है कि पूरे समाज को संकट तथा सभी के हित में मानवता की अनिवार्य नवीन नैतिक मानव ज़िम्मेदारियों एवं परिस्थितियों से अवगत कराना।

धर्माध्यक्ष ने पत्रकारों से कहा कि इन महापौरों को एक साथ लाने का निश्चय पुलिस प्रमुखों और धर्माध्यक्षों के बीच हुई सभा में किया गया था। उस सभा में पुलिस प्रमुख ने बतलाया था कि उन्हें अपने दायित्वों के लिए महापौर एवं सरकार को जवाब देना पड़ता है धर्माध्यक्षों को नहीं।

धर्माध्यक्ष संकेज़ ने महापौरों से आग्रह किया कि वे आधुनिक युग के सभी प्रकार की गुलामी से ग़रीबों एवं कमजोर लोगों की रक्षा करें एवं उन्हें सशक्त करने हेतु समर्पित रहें। वे मानव तस्करी के शिकार लोगों "के लिए पुनर्वास और सामाजिक एकीकरण कार्यक्रम को बढ़ावा दें।

 

 








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