2015-07-16 16:35:00

दक्षिण चीन सागर संबंधी विवाद के तनाव को कम करने हेतु धर्माध्यक्षों का प्रयास


फिलीपींस के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन ने बुधवार 15 जुलाई को दक्षिण चीन सागर संबंधी क्षेत्रीय विवाद के तनाव को कम करने के लिए ‘ओराशियो एमपेराता’ नामक प्रार्थना का आह्वान किया। इस विवाद ने फिलीपींस, चीन एवं वियतनाम को लम्बे समय से घेर रखा है।

फिलीपींस के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष विल्लगस ने कहा, ″यदि तनाव बढ़ जाएगा तो वहाँ शांति बनाये रखने की समस्या भी बढ़ जायेगी, ऐसी परिस्थिति में कलीसिया कैसे तटस्थ हो सकती है?″   

उन्होंने कहा कि शांति की स्थापना कलीसिया की पहली प्रेरिताई है जिसके लिए कार्रवाई किया जाना अति आवश्यक है।

यद्यपि विवाद सुलझाने हेतु फिलीपींस सरकार द्वारा आयोजित अंतरराष्ट्रीय मध्यस्थता संगठन में फिलीपींस की कलीसिया शामिल होना नहीं चाहती है किन्तु धर्माध्यक्षों ने विश्वासियों से आग्रह किया कि वे फिलीपींस एवं चीन के बीच बढ़ते तनाव को कम करने के लिए प्रार्थना करें।

प्रार्थना को धर्माध्यक्षों के सम्मेलन के अंत में जारी किया गया। महाधर्माध्यक्ष विलल्गस ने कहा, ″यह प्रार्थना सभी धर्मप्रांतों एवं पल्लियों में पढ़ा जाएगा जिससे कि आपसी तनाव कम हो तथा न्याय, समानता, समृद्धि तथा भाईचारा बढ़े।″

उन्होंने कहा, ″हमारे पास समझौता करने की बड़ी शक्ति नहीं है। हम फिलीपींस को अंतरराष्ट्रीय अदालत में प्रस्तुत नहीं कर सकते किन्तु इसे हम निश्चय ही ईश्वर के सम्मुख प्रस्तुत कर सकते हैं जो शांति के स्रोत हैं तथा जो फिलीपींस की देखभाल करते हैं।″ 

विदित हो कि फिलीपींस वियतनाम के साथ संयुक्त राष्ट्र की अदालत से गैर बाध्यकारी अंतरराष्ट्रीय सत्तारूढ़ की मांग कर रही हैं जो दक्षिण एवं पूर्वी चीन सागर संबंधी विवाद में बीजिंग के साम्राज्यवाद से परेशान है। चीनी सरकार समुद्र के अधिकतर हिस्से पर कब्जा करना चाहती है। विगत दिनों चीन ने विभिन्न राजनीतिक आर्थिक राजनयिक माध्यमों का प्रयोग कर विवादित जल के ऊपर ग़ैर चीनियों को मछली मारने या घूमने में बाधा पहुँचायी है।

 

 








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