2015-07-01 11:44:00

लातीनी अमरीका में सन्त पापा की यात्रा पत्रकारों के समक्ष प्रस्तुत


वाटिकन सिटी, बुधवार, 1 जुलाई 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस 5 से 12 जुलाई तक लातीनी अमरीका के एक्वाडोर, बोलिविया तथा पारागुए की प्रेरितिक यात्रा करेंगे।

वाटिकन प्रेस के निर्देशक फादर फेदरीको लोमबारदी ने मंगलवार को पत्रकारों के समक्ष इस यात्रा की प्रस्तावना करते हुए बताया कि निर्धनता, शोषण एवं दीर्घकालीन संघर्ष से घिरे लातीनी अमरीका के इन तीनों देशों में सन्त पापा की यात्रा का विषय पुनर्मिलन एवं नवीनीकरण होगा।

उन्होंने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि पहली बार सन्त पापा फ्राँसिस एक ही यात्रा में तीन देशों का दौरा कर रहे हैं और कहा कि जिस प्रकार सन्त पापा ने अल्बानिया, बोज़निया तथा एर्ज़ेगोविना से यूरोपीय देशों में प्रेरितिक यात्राओं का सिलसिला आरम्भ किया है उसी प्रकार वे लातीनी अमरीका के तीन देशों की यात्रा पर जा रहे हैं।

फादर लोमबारदी ने कहा कि उक्त लातीनी अमरीकी देशों की समस्याएँ विश्व के बहुत से देशों की समस्याएँ हैं इसलिये आशा की जा रही है कि उनकी इस यात्रा से विश्वव्यापी स्तर पर सन्देश पहुँचाया जा सकेगा।

उन्होंने बताया कि 05 से 12 जुलाई तक आयोजित उक्त यात्रा के दौरान सन्त पापा 22 अवसरों पर प्रवचन करेंगे हालांकि, उन्होंने कहा कि स्पानी भाषा सन्त पापा की मातृभाषा होने की वजह से यह सम्भव है कि कई अवसरों पर वे पूर्व तैयार प्रवचनों से हटकर कुछ कहें।

फादर लोमबारदी ने बताया कि हमेशा की तरह उक्त तीनों देशों में सन्त पापा राष्ट्राध्यक्षों से औपचारिक मुलाकातें करेंगे, कलीसिया के धर्माध्यक्षों, पुरोहितों एवं लोकधर्मियों को सम्बोधित करेंगे, युवाओं को अपना सन्देश देंगे तथा व्यापार, संस्कृति, कला एवं शिक्षा जगत के प्रतिनिधियों से मिलेंगे और साथ ही अन्य धर्मों के नेताओं से मुलाकातें करेंगे।         

इसके अतिरिक्त, उन्होंने बताया कि एक्वाडोर में सन्त पापा मदर तेरेसा की धर्मबहनों द्वारा संचालित एक वृद्धाश्रम की भेंट करेंगे, लातीनी अमरीका के सर्वाधिक विशाल कारावास में क़ैदियों से मुलाकात करेंगे, बोलिविया में लोक अभियानों के विश्व सम्मेलन के सदस्यों को सन्देश देंगे तथा पारागुए में एक बाल अस्पताल एवं एक झुग्गी झोपड़ी क्षेत्र जायेंगे।

फादर लोमबारदी ने इस बात की ओर भी ध्यान आकर्षित कराया कि सन्त पापा जॉन पौल द्वितीय ने लातीनी अमरीका के तीनों देशों की प्रेरितिक यात्राएँ की थीः सन् 1985 में एक्वाडोर की, तथा सन् 1988 में बोलिविया एवं पारागुए की। 








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