2015-06-26 15:38:00

शारीरिक चँगाई मात्र नहीं सामाजिक चँगाई भी


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 26 जून, 2015 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 26 जून को वाटिकन सिटी स्थित सान्ता मार्था अतिथि निवास के प्रार्थनालय में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए पाप क्षमा और चँगाई पर प्रवचन दिये।

संत पापा ने कहा, "येसु ने हमारे पापों को अपने ऊपर ले लिया, जो कुछ अशुद्ध है उसे अपने ऊपर लेकर हमें चँगाई प्रदान की।"

उन्होंने कहा, " प्रेरित संत पौल कहते हैं कि ईश्वर के बराबर होने के बाद भी उन्होंने इसका दावा नहीं किया। ठीक इसके विपरीत उन्होंने अपने को हमें दे दिया ताकि वह हमारे और करीब हो।"

संत पापा ने कहा, "कई बार मैं सोचता हूँ कि अपने हाथों को गंदा किये बग़ैर कुछ हासिल करना असंभव है। येसु ने अपने को गंदा करना स्वीकार किया। ऐसे तो वह आराम से कह सकता था, ‘तुम चंगे हो जाओ’। पर उसने ऐसा नहीं किया उसने जाकर उस कोढ़ी को छूकर चंगा किया।"

संत पापा ने कहा, "चँगा करने के बाद येसु ने उस कोढ़ी को पुरोहितों के पास भेज दिया ताकि वह उन्हें दिखाये और बताये कि वह चँगा हो गया है।शारीरिक रूप से चँगाई करने के बाद येसु कोढ़ी को सामाजिक तथा भावनात्मक रूप से भी चँगा करते हैं।"

इस तरह से येसु ने बीमारों को न केवल चँगा किया पर तिरस्कृतों और समाज से बहिष्कृत लोगों को भी समाज में स्थान दिया। उन्होंने किसी को भी अलग नहीं किया। 

संत पापा ने कहा, " कई लोग ग़रीबों, पापियों और परित्यक्तों को घृणा के भाव से देखते हैं, कई उनकी आलोचना करते तो कई उनकी निन्दा करते हैं तथा कई उन्हें दूर से देखते हैं क्योंकि उनके पास जाने का उनमें साहस नहीं होता। येसु ऐसे लोगों के पास जाते हैं।"  

 

उन्होंने कहा, " सबसे पहले येसु हमारे पास आये और हमारे समान ‘पापी’ बने बिना पाप के । यही है ख्रीस्तीय जीवन।


 

 

 

 

 

 








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