2015-06-10 15:56:00

ख्रीस्तीय पहचान को धूमिल न करें


वाटिकन सिटी, बुधवार, 10 जून 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में संत पापा फ्राँसिस ने मंगलवार 9 जून को पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में ख्रीस्तीय पहचान की सच्चाई का साक्ष्य, उसकी वास्तविकता को बिना खोये देने का परामर्श दिया।

हमारा सच्चा ख्रीस्तीय पहचान क्या है? संत पापा ने विश्वासियों को चिंतन हेतु निमंत्रण देते हुए कहा कि अस्पष्टता से ऊपर उठ कर दैनिक जीवन में सच्चे विश्वास के ठोस साक्ष्य तक पहुंचने की यात्रा लम्बी है।

उन्होंने कहा, ″यह सच है कि हम सब पापी हैं और हम गिर जाते हैं किन्तु ईश्वर की कृपा से हम पुनः उठ सकते हैं तथा अपनी यात्रा जारी रख सकते हैं। ‘पाप हमारी पहचान का हिस्सा बन गया है’ किन्तु ईश्वर पर विश्वास जिन्होंने हमारा अभिषेक किया है तथा हम पर अपनी मुहर लगायी है, उन्होंने हमारे हृदय में पवित्र आत्मा प्रदान करने की प्रतिज्ञा की है।″

संत पापा ने विश्वासियों का भ्रम दूर करते हुए कहा कि ख्रीस्तीय पहचान दर्शनशास्त्र नहीं बल्कि ईश प्रदत्त पहचान जो उन्हें पवित्र आत्मा के अभिषेक द्वारा मिला है उसके प्रति विश्वस्त बने रहने के द्वारा साबित होता है।

इस पहचान की सुन्दरता, दुनिया में हमारे साक्ष्य के माध्यम से प्रदर्शित होता है। संत पापा ने चेतावनी दी कि कई ऐसे भी रास्ते हैं जिन से साक्ष्य कमजोर पड़ जाता है पहला, ख्रीस्त में सच्चे विश्वास से हटकर प्राचीन विश्व के नोस्टिक्स की निष्प्राण धर्म की प्रार्थनाओं एवं विचारों को अपनाना। संत पापा ने कहा कि आधुनिक नोस्टिक्स (धर्म के व्याख्याताओं) क्रूस की अवहेलना करने के प्रलोभन में रहते हैं तथा ईश्वर को वे अपने प्राचीन अनन्त आध्यात्मिकता में प्राप्त करने में संतुष्टि का अनुभव करते हैं।

दूसरा, कई लोग ऐसे हैं जो अपने ऊपर पवित्र आत्मा का अभिषेक एवं उसकी गारंटी को भूल जाते तथा अपने ख्रीस्तीय पहचान में कुछ नवीनता लाने के लिए हरदम प्रयासरत रहते हैं।

संत पापा ने अंतिम बिन्दु के रूप में उन लोगों को चेतावनी दी जिनकी पहचान मात्र नैतिक एवं सांसारिक है तथा जो ख्रीस्तीय भावना के घेरे को बढ़ाने की चाह रखते हैं। संत पापा ने कहा कि वे लोग उस नमक के सदृश्य हैं जिसने अपना खरापन खो दिया है। उन्होंने कहा कि समस्त मुक्ति इतिहास में ईश्वर ने धीरज पूर्वक अस्पष्टता से एक ठोस रहस्य, हमारी मुक्ति के लिए ईश पुत्र के शरीर धारण तथा मृत्यु का रास्ता दिखलाया है। यही हमारी पहचान है। संत पापा ने विश्वासियों से प्रार्थना करने का आग्रह किया ताकि हम इस सच्चा का साक्ष्य दे सकें। 








All the contents on this site are copyrighted ©.