2015-06-10 08:36:00

कोचीः किसानों के साथ अन्याय की समाप्ति का कार्डिनल ने किया आह्वान


कोची, बुधवार, 10 जून सन् 2015 (ऊका समाचार): केरल के काथलिक धर्माधिपति कार्डिनल आलेनचेरी ने केरल सरकार का आह्वान किया है कि वह किसानों को उनसे खरीदी गई धान की उपज का भुगतान कर उनके विरुद्ध अन्याय को समाप्त करे।   

कार्डिनल आलेनचेरी ने एक वकतव्य प्रकाशित कर कहा कि सरकार ने एक खरीद योजना के तहत केरल के किसानों से इस वर्ष मार्च माह में धान ख़रीदा था किन्तु तीन महीनों बाद भी किसानों को सरकार पूरा भुगतान नहीं कर पाई है। 

उन्होंने कहा, "उन किसानों की कठिनाइयों को अनदेखा करना जो लोगों के भरण पोषण के लिये साल के हर दिन कड़ी मेहनत करते तथा देश की अर्थव्यवस्था में योगदान देते हैं, वास्तव में अन्यायपूर्ण है।"

कार्डिनल महोदय ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सरकार के उपेक्षाभाव ने सामान्य किसानों को आर्थिक संकट में डाल दिया है इसलिये कि वर्षा ऋतु का समय केरल में बच्चों के स्कूलों एवं कॉलेजों में भर्ती होने का भी समय होता है।

उन्होंने कहा, "पहले ही किसान अपनी समस्याओं जैसे फसलों की विफलता आदि से जूझ रहे हैं और इसपर सरकार द्वारा उनकी उपज के लिये पैसा नहीं दिया जाना और भी कष्टकर बन गया है।"

कूट्टानाड में, आलापूज़ा, एरनाकुलम तथा पथनमथीटा ज़िलों के क्षेत्रों में धान की फसलें उगानेवाले किसानों के विरोध प्रदर्शन को समर्थन देते हुए कार्डिनल आलेनचेरी ने सरकार से मांग की वह तुरन्त किसानों का बकाया भुगतान करे।

उक्त प्रदर्शन कूट्टानाड विकासाना समिति द्वारा आयोजित किया गया था। समिति के कार्यकारी निदेशक फादर थॉमस पीलीयानीकल ने बताया कि इस प्रदर्शन के दौरान किसानों ने प्रतीक स्वरूप "भिक्षा बरतन" हाथों में लेकर प्रदर्शन किया। उन्होंने बताया कि केरल सरकार को केवल आलापूज़ा ज़िले से मिले धान के लिये 150 करोड़ रुपये जबकि उक्त तीनों ज़िले से मिले धान की उपज के लिये 375 करोड़ रुपयों का भुगतान करना है।        








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