2015-06-09 14:51:00

इसिस हमलों के बावजूद विश्वास मजबूत


इरबिल, इराक, मंगलवार 9 जून, 2015 (सीएनए) इराक के इरबिल में इस्लामिक स्टेट से जान का खतरा होने के बावजूद कई मठवासी एवं विद्यार्थियों ने चौथी शताब्दी के संत मत्ती मठ में बने रहने का निर्णय किया है।

उन्होंने कहा है कि ‘ईश्वर पर उन्हें पूर्ण भरोसा है और यह स्थान उनके लिये सुरक्षित स्थान है।

इरबिल के कालडियन महाधर्माध्यक्ष बशर वार्दा ने जानकारी दी कि इलबिल के चौथी शताब्दी में निर्मित संत मत्ती मठ में कई ख्रीस्तीयों ने शरण ले रखी  है जिन्हें कुरदिश सेना से सुरक्षा प्राप्त है पर उनका विश्वास है कि ईश्वर उनके साथ है।

धर्माध्यक्ष बशर ने बतलाया कि पिछली गर्मी से ही इसिस के लड़ाकों ने क्षेत्र में कब्ज़ा जमा लिया है और कई लोगों ने अपने घर छोड़ दिया है पर अब भी तीन मठवासी और 6 विद्यार्थियों ने मठ छोड़ने से इंकार कर दिया।  

धर्माध्यक्ष ने कहा कि इसिस के लड़ाकों द्वारा ख्रीस्तीय विरासत की बरबादी बेहद पीड़ादायक है और इससे भी अधिक दर्दनाक है लोगों के विश्वास को कमजोर करना ।

विदित हो कि जून 2014 से इसिस के लड़ाकों ने उत्तरी ईराक के अधिककतर शहरों को बर्बाद कर दिया है । कई हज़ार ईसाई विस्थापित हो चुके हैं और यजीदियों, तथा शिया मुसलमानों  की हत्या कर दी गयी है या उन्हें गुलाम बना दिया गया है।

 

 

 

 

 








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