2015-05-30 16:56:00

संत पापा ने बीमार बच्चों से मुलाकात की


वाटिकन सिटी, शनिवार, 30 मई 2015 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 29 मई को वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था में 20 बीमार बच्चों एवं उनके परिवार वालों से मुलाकात कर उनके दुखों में सहानुभूति व्यक्त की।

बच्चों की उम्र करीब 7 से 14 वर्ष के बीच थी किन्तु कुछ 2 से 3 वर्ष के बच्चे भी उपस्थित थे।

संत पापा ने बच्चों को सम्बोधित कर कहा, ″धर्म शिक्षा के समय हमें पवित्र तृत्व के बारे बतलाया गया था और कहा गया था कि यह एक रहस्य है जो कि सही है पवित्र तृत्व में पिता, पुत्र और पवित्र आत्मा हैं।″ संत पापा ने कहा कि इसे समझना कठिन है किन्तु हमारे पास प्रमाण मौजूद है। उन्होंने कहा कि बच्चे क्यों रोगग्रस्त हो जाते हैं जिसका कोई स्पष्टीकरण नहीं है इसलिए यह भी एक रहस्य है। दुःख का रहस्य समझने के लिए संत पापा ने येसु के क्रूस पर नजर डालने के लिए कहा।  

उन्होंने कहा, ″मैं चिंतन करता हूँ कि माता मरिया की गोद में येसु के घायल मृत एवं शरीर को जब रखा गया तब उन्होंने क्या किया? उन्होंने उसे हटाया नहीं किन्तु उसका आलिंगन किया।″ उन्होंने भी उस दुःख को नहीं समझा पाया।″  

संत पापा ने दुःख का कारण समझने हेतु प्रभु से प्रार्थना करने की सलाह दी। उन्होंने कहा कि वे उन्हें चुनौती देने से भी न घबरायें। प्रभु का उत्तर भले ही हमारे कानों पर न पड़े किन्तु उनकी प्रेमी दृष्टि से हमें अवश्य बल मिलेगा। त्रिएक ईश्वर, युखरिस्त, ईश्वर की कृपा तथा बच्चों का दुःख उठाना ये सभी रहस्य हैं और इन रहस्यों में हम तभी प्रवेश कर सकते हैं जब पिता की प्रेमी नजर हम पर पड़ती है।

संत पापा ने बच्चों के धैर्य एवं साहस की सराहना की। उन्होंने कहा, ″इस रास्ते पर मैं हृदय से आपका साथ देता हूँ यह रास्ता साहस के है जो कि क्रूस का रास्ता है और मेरे लिए आपका एक अच्छा उदाहरण है। आपके अत्यधिक साहस के लिए मैं आपको धन्यवाद देता हूँ।″ संत पापा ने उन्हें एक छोटे बालक की तरह विनम्र हृदय से प्रार्थना करने की सलाह दी। 

संत पापा ने बीमार बच्चों के माता-पिता से कहा कि यह एक ऐसी दुनिया है जिसमें नष्ट करने की संस्कृति पायी जाती है जो अच्छा नहीं है उसे त्याग देने की प्रवृति। संत पापा ने उनके अपने बीमार बच्चों को स्वीकार कर माता पिता का स्नेह देने के लिए धन्यवाद दिया।








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