2015-05-27 11:28:00

लाहौरः घृणा भड़कानेवाली स्कूली किताबों का पुनरावलोकन ज़रूरी, काथलिक आयोग


लाहौर, बुधवार, 27 मई 2015 (एशियान्यूज़): पाकिस्तान में काथलिक कलीसिया के राष्ट्रीय न्याय एवं शांति आयोग ने कहा है कि जो स्कूली पुस्तकें अल्पसंख्यकों के विरुद्ध घृणा भड़काती हैं उनका पुनरावलोकन ज़रूरी है।

पंजाब प्रान्त में पाँचवी कक्षा की सामाजिक विज्ञान पुस्तक में संयुक्त राष्ट्र संघ पर एक पाठ में कहा गया है, "ग़ैरमुसलमानों ने हमेशा से मुसलमानों का विरोध किया है और प्रायः दोनों ने एक दूसरे को क्षति पहुँचाने का काम किया है।"

काथलिक कलीसिया के उक्त आयोग ने कहा कि पाकिस्तानी स्कूली पाठ्य पुस्तकें इस प्रकार के वाक्यों से भरी हैं जिनसे अल्पसंख्यकों के विरुद्ध घृणाभाव को प्रश्रय मिलता है। आयोग का कहना है कि धार्मिक चरमपंथ एवं रूढ़िवाद को समाप्त करने तथा शांति को प्रोत्साहन देने के लिये यह नितान्त आवश्यक है कि इस प्रकार के भड़काऊ वाक्यों को पाठ्य पुस्तकों से हटा दिया जाये।

सामाजिक न्याय सम्बन्धी काथलिक केन्द्र के निदेशक पीटर जैकब ने कहा, "घृणा को भड़काना या किसी को क्षति पहुँचाने के लिये छात्रों को उत्तेजित करना कानूनन अपराध है किन्तु पर्याप्त नियंत्रण एवं निगरानी नहीं होने की वजह से निजी प्रकाशक मनमानी करते हैं।"  








All the contents on this site are copyrighted ©.