2015-04-30 16:20:00

ख्रीस्तीयों की पहचान


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 30 अप्रैल 2015 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित प्रेरितिक आवास संत मर्था के प्रार्थनालय में संत पापा फ्राँसिस से पावन ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए प्रवचन में कहा कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायी इतिहास के व्यक्ति हैं।

उन्होंने ख्रीस्तीय पहचान को दो भागों में प्रस्तुत किया। पहला, इतिहास और दूसरा, सेवा। संत पौलुस, संत पेत्रुस एवं प्रेरितों ने येसु का प्रचार इतिहास के ऐसे लोगों के बीच किया जो ईश्वर द्वारा निश्चित समय के लिए तैयार किये गये थे। संत पापा ने कहा कि इस प्रकार ईश्वर ने इतिहास में प्रवेश किया तथा लोगों के बीच निवास किया।  

उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय इतिहास के लोग हैं क्योंकि वे अकेले नहीं हैं और एक ऐसे समुदाय से जुड़े हैं जो यात्रा कर रही है। एक ख्रीस्तीय की कल्पना स्वार्थी के रूप में नहीं की जा सकती है। संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीयों का एक आध्यात्मिक पक्ष है जिसका एक लम्बा इतिहास है जो प्रभु के पुनः आगमन तक यात्रा कर रही है।

संत पापा ने ईसाई धर्म को पाप और पुण्य की कहानी कहा। उन्होंने कहा,″यह कृपा की कहानी है किन्तु यह पाप की भी कहानी है।″ इतिहास में कितने पापी आये और कितने अपराध हुए। आज के पाठों में राजा दाऊद के पाप का जिक्र है संत बनने के पूर्व वह एक बड़ा पापी था। इतिहास इन संतों और पापियों की याद करती है। संत पापा ने कहा कि हमारे व्यक्तिगत जीवन में भी पाप एवं पुण्य एक दूसरे से जुड़े हैं। जब हम अपने पापों के लिए पश्चाताप करते हैं तो प्रभु हमें क्षमा करते एवं कृपा प्रदान करते हैं। इस प्रकार एक ख्रीस्तीय की पहचान इतिहास में निहित है।

संत पापा ने ख्रीस्तीयों की दूसरी पहचान पर प्रकाश डालते हुए कहा कि यह सेवा है। येसु ने चेलों के पैर धोये तथा उन्हें भी ऐसा ही करने का आदेश दिया।

संत पापा ने कहा, ″ख्रीस्तीयों की पहचान सेवा द्वारा होती है स्वार्थ द्वारा नहीं। हम सभी में स्वार्थ की आदत पड़ गयी है जो हमारे लिए लज्जा की बात है और जिसे हमें तोड़ना चाहिए। हम ईश्वर से क्षमा मांगे क्योंकि हम सेवा के लिए बुलाये गये हैं। संत पापा ने कहा कि ख्रीस्तीय होना एक दिखावा या सामाजिक आचरण नहीं है और न ही आत्मा का लघु श्रृंगार।

संत पापा ने सभी विश्वासियों से अपील की कि वे चिंतन करें, कि हृदय में हमने किस बात को जगह दे रखी है? क्या हम दूसरों की सेवा करते हैं या अपनी सेवा हेतु लोगों का प्रयोग करते हैं?








All the contents on this site are copyrighted ©.