2015-04-27 15:35:00

नेतृत्व में सेवक का मनोभाव धारण करें


वाटिकन सिटी, सोमवार, 27 अप्रैल 2015 (वीआर सेदोक)꞉ वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में रविवार 26 अप्रैल को संत पापा फ्राँसिस ने भक्त समुदाय के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया। स्वर्ग की रानी प्रार्थना के पूर्व उन्होंने विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा,

″अति प्रिय भाइयो एवं बहनो,

सुप्रभात,

पास्का का चौथा रविवार भले चरवाहे का रविवार कहलाता है जो प्रत्येक साल हमें नए आश्चर्य के साथ चिंतन करने का निमंत्रण देता है। भले चरवाहे की येसु ने जो परिभाषा दी उसे दुखभोग, मृत्यु और पुनरूत्थान के परिपेक्ष्य में पढ़ा जाता है। ″भला चरवाहा अपनी भेड़ों के लिए अपने प्राण अर्पित करता है।(यो.10꞉11)

संत पापा ने कहा कि ये कथन उस समय प्रमाणित हुआ जब ख्रीस्त ने पूर्णरूपेण एवं स्वेच्छा से पिता की इच्छा का पालन करते हुए क्रूस पर आत्म बलिदान किया, इस प्रकार भले चरवाहे का अर्थ अधिक स्पष्ट हो गया कि वह हम सभी के लिए अपना जीवन बलिदान करता है।

संत पापा ने कहा, ″ख्रीस्त जो सच्चे चरवाहे हैं वे अपने झुण्ड के प्रति प्रेम के आदर्श हैं। वे स्वतंत्र है अतः वे कहते हैं, ″कोई मुझ से मेरा जीवन नहीं हर सकता; मैं स्वयं उसे अर्पित करता हूँ। मुझे अपना जीवन अर्पित करने और उसे फिर ग्रहण करने का अधिकार है।″ (यो.10꞉18) किन्तु ″पिता मुझे इसलिए प्यार करता है कि मैं अपना जीवन अर्पित करता हूँ; बाद में मैं उसे फिर ग्रहण करूँगा।″ (पद.17) बुरे गड़ेरियों के खुले विरोध में, येसु अपने को एकमात्र सच्चे चरवाहे के रूप में प्रस्तुत करते हैं। बुरा चरवाहा अपनी चिंता करता है तथा अपने स्वार्थ पूर्ति हेतु भेड़ों का उपयोग करता है। मजदूरी पर लगाये गये चरवाहों के विपरीत ख्रीस्त एक ऐसे चरवाहे हैं जो भेड़ों की देखभाल करते तथा अपने झुण्ड के जीवन में सहभागी होते हैं, वे अपने लिए कोई लाभ की खोज नहीं करते, अपने भेड़ों का मार्गदर्शन, देखभाल तथा सुरक्षा से बढ़कर उनका कोई दूसरा मकसद नहीं होता और इन सबकी बड़ी कीमत उन्हें अपने जीवन के बलिदान से देना पड़ता है।

संत पापा ने कहा कि हम येसु एक भले चरवाहे को, ईश्वर की करुणा तथा प्रत्येक के लिए उनके पिता सुलभ स्नेह के रूप में चिंतन करें। वे हमें अकेले नहीं छोड़ते। येसु सच्चे एवं भले गड़ेरिये पर चिंतन के परिणाम को हम आज की धर्म विधि के दूसरे पाठ में पाते हैं जिसमें संत योहन कहते हैं, ″पिता ने हमें कितना प्यार किया है! हम ईश्वर की सन्तान कहलाते हैं और हम वास्तव में वही हैं। संसार हमें नहीं पहचानता, क्योंकि उसने ईश्वर को नहीं पहचाना है।″ सचमुच यह एक ऐसा प्यार है जो आश्चर्यचकित करता तथा जो रहस्यात्मक है क्योंकि येसु को हमारे चरवाहे के रूप में प्रदान करने में पिता ने अपने सबसे मूल्यवान तथा महान प्रेम को प्रदर्शित किया।

यह सबसे महान एवं पवित्र प्यार है क्योंकि इसमें किसी प्रकार की आवश्यकता पूर्ति की बात नहीं है और न ही किसी प्रकार की शर्त ही। लाभ के आदान-प्रदान की चाह से भी प्रेरित नहीं है। ईश्वर के इस प्रेम के कारण हम अत्यधिक आनन्द का अनुभव करते तथा मुक्त रूप से मिले वरदान के प्रति कृतज्ञता से भर जाते हैं।  

संत पापा ने कहा कि चिंतन करना और धन्यवाद देना पर्याप्त नहीं है हमें भले चरवाहे का अनुसरण भी करना चाहिए खासकर, जो कलीसिया का नेतृत्व करते हैं। संत पापा, धर्माध्यक्ष तथा पुरोहित जो कलीसिया का नेतृत्व करते हैं उन्हें एक प्रबंधकर्ता का नहीं किन्तु सेवक का मनोभाव धारण करना चाहिए जो है येसु का अनुसरण जिन्होंने हमें बचाने के लिए अपने को तोड़ा। भले चरवाहे की इसी प्रेरितिक जीवन शैली को अपनाने के लिए रोम धर्मप्रांत के नये पुरोहित बुलाये जाते हैं जिनका आज प्रातः संत पेत्रुस महागिरजाघर में मैंने बड़े आनन्द के साथ पुरोहिताभिषेक सम्पन्न किया है।

उसके बाद संत पापा ने नये पुरोहितों के दो प्रतिनिधियों को प्रस्तुत करते हुए कहा, ″उन में से दो आप सभी का अभिवादन करना तथा अपनी कृतज्ञता व्यक्त करना चाहते हैं।″

संत पापा ने कहा, ″माता मरिया मेरे, धर्माध्यक्षों एवं पुरोहितों द्वारा ईश प्रजा की सेवा करने, आनन्द पूर्वक सुसमाचार की घोषणा करने, संस्कारों का अनुष्ठान करने तथा धैर्य एवं दृढ़ता पूर्वक कलीसिया का मेषपालीय नेतृत्व करने की कृपा हेतु मध्यस्थ हैं।

इतना कहने के बाद संत पापा ने स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

‘स्वर्ग की रानी’ प्रार्थना का पाठ समाप्त करने के पश्चात् उन्होंने देश-विदेश से एकत्र तीर्थयात्रियों एवं पयर्टकों का अभिवादन किया।

नेपाल में 25 अप्रैल को भारी भुकम्प के शिकार लोगों के प्रति सहानुभूति व्यक्त करते हुए उन्होंने कहा, ″नेपाल एवं पड़ोसी देशों में भारी भुकम्प के शिकार लोगों के प्रति मैं अपना आध्यात्मिक सामीप्य व्यक्त करता हूँ। इस विनाश से प्रभावित सभी के लिए मैं प्रार्थना अर्पित करता हूँ। उन्हें भ्रातृत्व सहयोग मिले। प्रणाम मरिया...

संत पापा ने जानकारी देते हुए कहा कि कनाडा में आवर लेडी ऑफ हॉली रोसरी ऑफ सन जेरमानो की संस्थापिका मरिया एलिसा तूरजेओन की धन्य घोषणा की गयी। उन्होंने धर्मसंघी जीवन, भक्तिमय प्रार्थना, स्थानीय क्षेत्रों में धर्म शिक्षा तथा उदारता के कार्यों का उदाहरण प्रस्तुत किया है।

हम उनके समर्पित जीवन एवं सेवा हेतु उदार समर्पण के लिए ईश्वर को धन्यवाद देते हैं।

अंत में उन्होंने सभी को शुभ रविवार की मंगलकामनाएँ अर्पित की।

 








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