2015-04-27 15:26:00

क्षमा दें सज़ा नहीं


वाटिकन सिटी, सोमवार 27 अप्रैल, 2015 (सीएनए) संत पापा फ्रांसिस ने रविवार  26 अप्रैल को वाटिकन सिटी के संत पेत्रुस महागिरजाघर में आयोजित पुरोहिताभिषेक समारोह में  19 डीकनों का पुरोहिताभिषेक किया।

यूखरिस्तीय बलिदान के दौरान दिये गये अपने प्रवचन में कहा कि ईश्वर की इच्छा के बदल अपनी इच्छाओं की पूर्ति के लिये पुरोहित बनना व्यर्थ है।

उन्होंने कहा, " एक पुरोहित जो ईश्वर की नहीं अपनी इच्छा के लिये पर अपनी इच्छा के लिये पुरोहित बनता है वह एक मोर पक्षी के समान है। " 

संत पापा ने कहा पुरोहितों को चाहिये कि वे अपने प्रवचनों द्वारा ईशप्रजा को ईशभोजन से परिपोषित करें और इस बात का भी ख़्याल रखें कि उपदेश सुनने वाले नहीं ऊबते हैं।

उन्होंने नये पुरोहितों से यह भी कहा कि वे ईशवचन की व्याख्या करते समय अच्छे उदाहरण प्रस्तुत करें। वे इस बात पर पूरा ध्यान दें कि उनका प्रवचन ह्रदयों तक पहुँचता है और आपके ह्रदय से ही बाहर आता है।

संत पापा ने कहा कि यदि आपका वचन ह्रदय से नहीं निकलता है यह लोगों उनका हित करने के बदले उन्हें क्षति भी पहुँचा सकता है।

उन्होंने नवाभिषिक्त पुरोहितों को सलाह दी कि वे मिस्सा पूजा को समाप्त करनेकी हडबड़ी में न रहें। पवित्र मिस्सा को वे येसु की स्मृति में करें। और जिसका उत्सव आप मना रहें हैं उसका अनुकरण करें।

नये पुरोहितों के दायित्व के बारे में बोलते हुए उन्होंने कहा कि यदि को पवित्र बपतिस्मा ग्रहण करना चाहे तो आप कदापि अस्वीकार न करें।

मेल-मिलाप संस्कार के समय आप लोगों को क्षमा दें सज़ा नहीं। पिता परमेश्वर क्षमा करने से कदापि नहीं थकते उन्हीं का अनुकरण करें। Fine modulo

 

अपनी भेड़ों के लिये अपने प्राण अर्पित कर दें जैसे कि भला गड़ेरिया येसु ने अपने को बलि चढ़ाकर हमें जीवन दिया








All the contents on this site are copyrighted ©.