2015-04-21 12:05:00

लिबिया में आतंकवादियों द्वारा मारे गये 28 ख्रीस्तीयों के प्रति सन्त पापा ने प्रकट किया दुःख


वाटिकन सिटी, मंगलवार, 21 अप्रैल 2015 (सेदोक): लिबिया में इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों द्वारा मारे गये इथियोपिया के 28 ख्रीस्तीयों के प्रति गहन दुःख व्यक्त करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने एक शोक सन्देश प्रेषित किया।

इस सप्ताहान्त समाचारों में बताया गया था कि इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों ने लिबिया में नौकरीरत इथियापिया के 28 ख्रीस्तीयों का सिर काटकर हत्या कर दी थी।  

इथियोपियाई तेवाहेदो ऑरथोडोक्स ख्रीस्तीय कलीसिया के प्राधिधर्माध्यक्ष आबूना मथायस को एक सन्देश प्रेषित कर सन्त पापा ने कहा कि लिबिया में निर्दोष ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों की हत्या के समाचार से वे अत्यन्त दुखी हैं और जानते हैं कि इस बर्बर हिंसा के कारण इथियोपिया की कलीसिया भी शोकाकुल है।

सन्त पापा ने लिखाः "मैं जानता हूँ कि अपनी निष्ठावान विश्वासी सन्तानों के विरुद्ध इस प्रकार की बर्बर हिंसा ने आपको दुःख पहुँचाया है। आप मन से अत्यधिक दुःखी हैं क्योंकि इन्हें सिर्फ इसलिये मार डाला गया कि वे मुक्तिदाता प्रभु येसु के अनुयायी थे। हृदय की गहराई में, आध्यात्मिक एकात्मता के साथ मैं आप तक पहुँचता हूँ तथा अफ्रीका, मध्यपूर्व एवं एशिया के कुछेक भागों में ख्रीस्तीयों पर  निरन्तर जारी हिंसा एवं शहादत के समय प्रार्थनाओं में अपने सामीप्य का आश्वासन देता हूँ।" 

सन्त पापा ने कहा कि इससे कोई फर्क नहीं पड़ता कि मारे गये व्यक्ति "काथलिक, कॉप्टिक ख्रीस्तीय, ऑरथोडोक्स अतवा प्रॉटेस्टेण्ट ख्रीस्तीय थे, ख्रीस्त में विश्वास के कारण उनका रक्त एक ही था। हमारे ख्रीस्तीय भाइयों एवं बहनों का रक्त वह साक्ष्य है जो उन सभी लोगों को पुकार रहा है जो भले और बुरे में अन्तर करना जानते हैं।"  

उन्होंने आशा व्यक्त की कि लोगों की नियति की ज़िम्मेदारी अपने हाथों में रखनेवाले विश्व के नेता ख्रीस्तीयों के विरुद्ध जारी हिंसा को रोकने के लिये ठोस उपाय करेंगे। 

 








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