2015-04-17 19:57:00

ख्रीस्तीय विनम्रता


वाटिकन सिटी, शुक्रवार 17 अप्रैल, 2015 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने 17 अप्रैल शुक्रवार को वाटिकन सिटी के अतिथि निवास सान्ता मार्था में यूखरिस्तीय बलिदान के दौरान प्रवचन देते हुए ख्रीस्तीय विनम्रता पर बल दिया।

 

उन्होंने कहा कि ख्रीस्तीय नम्रता के गुण का उपयोग हम सुसमाचार के नाम पर करते हैं तो हम येसु के समान बन जाते हैं। उन्होंने कहा कि हमें अपने दिल में प्रेम और वार्ता के मनोभाव का विकास करना चाहिये जो ईश्वर को प्रिय हो।

 

संत पापा ने कहा कि हमें चाहिये कि हम देना सीखें। जब हमारे मन दिल में दूसरों के प्रति नहीं बैर-भाव रखना, हम दूसरों को बुरा न करे घृणा को बढ़ने न दें। अपने लिये कुछ समय कुछ अवश्य निकालें।                
 

संत पापा ने कहा कि जब हम अपने दिल में घृणा को जगह देते हैं यह एक दिन विस्फोट कर लेता है। तब हम ईश्वर से लड़ाई करने लग जाते हैं। जबकि ईश्वर सबों को प्यार करता सौहार्दपूर्ण वर्ताव को प्यार करता, प्यार को प्यार करता, वार्ता को प्यार करता और सबके साथ सद्व्यवहार करता है।

 

अहंकार को जीतने के लिये विनम्रता है और यह ऐसी विनम्रता व्यक्ति को अपमानित नहीं करता है।

 

उन्होंने कहा कि हम पवित्र आत्मा को स्थान दें ताकि हम शांति को प्राप्त करें। प्रेरितों के समान जिन्हें सभागृहों में कोड़े मारे गये पर उन्हों सब कुछ येसु के नाम पर सह लिया।

घमंड की भावना को दिल में जगह देने के बाद व्यक्ति दूसरों को मारने लग जाता है। कई बार ईश्वर की बातों को नहीं समझते हैं क्योंकि इसके लिये हमें ईश्वर से कृपा माँगने की ज़रूरत होती है। शहीद और विनम्र येसु के समान हैं।

हम येसु के प्रेम की खातिर अपमान भी सहने को तैयार है इसलिये नहीं कि हम अपमान सहना चाहते हैं पर हम प्यार से येसु के लिये अपने दुःख उठा लेते हैं।

 


 

 

 

 

 

 

 

 








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