2015-04-15 12:34:00

वाटिकन सिटीः ख्रीस्तीयों को धन एकत्र नहीं करना चाहिये, सन्त पापा फ्राँसिस


वाटिकन सिटी, बुधवार, 15 अप्रैल 2015 (सेदोक): सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा है कि ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को धन एकत्र नहीं करना चाहिये बल्कि ज़रूरतमन्दों के लिये इसका उपयोग करना चाहिये।

वाटिकन स्थित सन्त मर्था प्रेरितिक आवास के प्रार्थनालय में मंगलवार को ख्रीस्तयाग के अवसर पर प्रवचन करते हुए सन्त पापा ने यह बात कही।

बाईबिल धर्मग्रन्थ के प्रेरित चरित ग्रन्थ में निहित उस पाठ पर सन्त पापा चिन्तन कर रहे थे जिसमें जैरूसालेम के ख्रीस्तीय समुदाय को एकता एवं प्रेम के समुदाय कहकर पुकारा गया है।

सन्त पापा ने कहा, "पवित्रआत्मा द्वारा नवीकृत समुदाय पर एकता एवं मैत्री की कृपा बनी रहती है।"

उन्होंने कहा कि वह समुदाय जो पवित्रआत्मा से नवीकृत होता है वह उदारता, धैर्य एवं समझदारी का दर्शन कराता है।

सन्त पापा ने कहा, "ख्रीस्तीय समुदाय तब पवित्रआत्मा से नवीकृत होता है जब वह मैत्री की खोज करता है तथा आन्तरिक विभाजनों की नहीं; जब वह निर्धनता को खोजता है और धन को अपने आप के लिये नहीं बटोरता, क्योंकि धन-समृद्धि को निर्धनों एवं ज़रूरतमन्दों की मदद के लिये रखना आवश्यक है; और जब वह कठिनाइयों, रोगों, संकटों एवं अन्यों की अनर्गल बातों के  बावजूद क्रुद्ध नहीं होता बल्कि येसु के सदृश धैर्य से काम लेता है।"     

 








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