2015-04-10 15:30:00

साम्प्रदायिक सौहार्द को बाधित करने वालों के प्रति ‘शून्यु सहनशीलता’


नयी दिल्ली, शुक्रवार 10 अप्रैल, 2014 (उकान) अल्पसंख्यक मामलों के राज्य मंत्री मुख़्तार अब्बास नक्वी ने कहा है कि साम्प्रदायिक सौहार्द को बाधा पहुँचानेवालों के प्रति सरकार की नीति है " शून्य सहिष्णुता " की।

उक्त बात उन्होंने उस संदर्भ में कहा जब उन्होंने हाल में विभिन्न ख्रीस्तीय संस्थाओं पर लगातार आक्रमण हुए जिससे मोदी सरकार पर ‘धब्बे’ लगे हैं जिसमें उन्होंने अल्पसंख्यकों की रक्षा करने का दावा किया था।

आइएनएस को दिये एक साक्षात्कार में राज्य मंत्री नक्वी ने कहा कि " हमें इस बात का अफ़सोस है कि विभिन्न चर्चों और धार्मिक संस्थानों में हमले हुए हैं और इससे सरकार की छवि पर असर पड़ा है पर सरकार ने इसके लिये कदम उठाये हैं।

उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री का विभिन्न धार्मिक नेता से मिलना और अलग-अलग सम्प्रदाय के लोगों से मिलना इस बात को इंगित करता है कि सरकार इस मामले को लेकर गंभीर है। 

उन्होंने कहा कि  जो लोग धार्मिक स्थलों पर आक्रमण करते हैं वे " अपराधी " हैं । ऐसे लोगों का कोई धर्म नहीं है। ऐसे लोग आपराधिक प्रवृत्ति के हैं। ऐसे लोगों को सरकार बिल्कुल बर्दाश्त नहीं कर सकती है।

 

अल्पसंख्यक मामलों के मंत्री ने कहा कि सरकार प्रयास कर रही है कि वह अल्पसंख्यकों के विश्वास को बढ़ाये विशेष करके ऐसे लोगों के प्रति जो हिंसा के शिकार हुए हैं।

उन्होंने इस बात पर बल दिया कि सरकार चाहती है कि सबका विकास हो। उन्होंने कहा कि पाकिस्तान ने स्वतंत्रता प्राप्ति के बाद इस्लाम को राष्ट्र के धर्म रूप में अपनाया पर भारत ने अल्पसंख्यकों का सम्मान करते हुए धर्मनिर्पेक्षता को अपनाया ताकि सब धर्मों को समान सम्मान मिले।

मंत्री महोदय ने कहा कि वोट बैंक राजनीति के कारण ही साम्प्रदायिक हिंसा को बढ़ावा मिला है पर उनकी सरकार संवेदनशील है वह चाहती है कि देश में शांति और विकास हो। उनका विश्वास है कि उनके कार्य वचन से अधिक शक्तिशाली हैं।

 

 

 








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