2015-04-03 10:54:00

वाटिकन सिटीः 12 क़ैदियों के पाँव धोकर सन्त पापा ने मनाया पुण्य बृहस्पतिवार


वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 3 अप्रैल 2015 (सेदोक): रोम को रेबिब्या कारावास में, 12 क़ैदियों एवं एक शिशु के पैर धोकर, विश्व व्यापी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस ने, गुरुवार को, पास्का दिवसत्रय के पुण्य बृहस्पतिवार की धर्मविधि सम्पन्न की।

एक मर्मस्पर्शी समारोह में, मानवजाति के प्रति प्रभु येसु मसीह के असीम प्रेम की याद में, सन्त पापा ने घुटने टेके तथा झुककर छः महिलाओं सहित 12 क़ैदियों एवं अपनी माँ के संग रहनेवाले एक शिशु के पैर धोये। इनमें इताली क़ैदियों के साथ-साथ नाईजिरिया, कॉन्गो, एक्वाडोर तथा ब्राज़ील के क़ैदी शामिल थे।

क्रूसमरण से पूर्व अन्तिम भोजन कक्ष में प्रभु येसु मसीह ने भी अपने शिष्यों के पैर धोकर उनके समक्ष सेवा प्रेम का अनुपम आदर्श प्रस्तुत किया था।

अंतिम भोजन कक्ष में शिष्यों के साथ पास्का भोज के स्मरणार्थ सन्त पापा ने रेब्बिया कारावास स्थित प्रार्थनालय में क़ैदियों के लिये ख्रीस्तयाग अर्पित किया। इस अवसर पर अपने प्रवचन में क़ैदियों के मन में आशा का संचार करते हुए उन्होंने कहाः "येसु ने हमसे प्यार किया, उन्होंने सदैव, अन्त तक हमसे प्यार किया। वे प्यार करते नहीं थकते, वे हम में से प्रत्येक से प्रेम करते हैं। आपके लिये, मेरे लिये और सबके लिये येसु ने अपना जीवन बलिदान कर दिया।" 

शिष्यों के साथ प्रभु के पास्का भोज तथा पैर धोये जाने का अर्थ समझाते हुए सन्त पापा ने कहा, "येसु के युग में जब लोग लम्बी यात्राओं के बाद घर लौटते थे अथवा मेहमान बनकर आते थे तब उनके पैर धूल भरी सड़कों के कारण मैले रहा करते थे जिन्हें दास धोया करते थे किन्तु पास्का भोज के समय प्रभु येसु ने ख़ुद दास बनकर अपने शिष्यों के पैर धोये तथा उन्हें असमंजस में डाल दिया। उनके इस विनम्र कृत्य ने उन्हें आश्चर्यचकित कर दिया।"

सन्त पापा ने कहा, "प्रभु येसु ने लोगों से इतना प्रेम किया कि उनके लिये वे दास तक बन गये ताकि हमारी सेवा कर सकें, हमें चंगा कर सकें तथा हमें शुद्ध कर सकें।" 

सन्त पापा ने कहा कि आज कलीसिया "पुरोहितों से निवेदन करती है कि वे 12 शिष्यों की याद में 12 व्यक्तियों के पैर धोयें" परन्तु, उन्होंने कहा, "इस समारोह का वास्तविक अर्थ बुद्धिगम्य करने के लिये प्रत्येक के हृदय में यह सुनिश्चित्तता होनी चाहिये कि जब प्रभु हमारे पैर धोते हैं, तब वे हमें पूरी तरह शुद्ध कर देते हैं, एक बार फिर वे हमें अपने प्रेम का अनुभव कराते हैं।"

सन्त पापा ने कहा कि जिन 12 व्यक्तियों के पैर धोये जाते हैं वे सम्पूर्ण विश्वासी समुदाय का प्रतिनिधित्व करते हैं इसलिये कारावास के सभी 2,100 बन्दी स्वतः को इस समारोह में शामिल समझें।

अपने लिये प्रार्थनाओं का आग्रह करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने क़ैदियों से कहा कि प्रभु द्वारा शुद्ध किये जाने की आवश्यकता उन्हें भी है, इसलिये वे उनके लिये विनती करें, उन्होंने कहा, ""प्रभु मेरी मलिनता को धो डालें ताकि मैं आपकी सेवा को अधिकाधिक समर्पित रहूँ, लोगों की सेवा में अधिकाधिक सेवक बन जाऊँ, जैसे येसु थे।"   

पुण्य बृहस्पतिवार को सन्त फ्राँसिस पापा ने अपने ट्वीट अकाऊन्ट पर लिखा थाः "येसु ने प्रेरितों के पैर धोये। इसी प्रकार, क्या हम अन्यों की सेवा को तैयार हैं?" 

रोम के कारावास रेबिब्या के प्रार्थनालय में ख्रीस्तयाग समारोह के बाद सन्त पापा ने कारावास के गलियारों से होते हुए बन्दियों को आशीष दी। कई बन्दियों से हाथ मिलाकर, कईयों का आलिंगन कर और कईयों का चुम्बन कर सन्त पापा ने उनमें सान्तवना एवं आशा का संचार किया। अपने प्रति सन्त पापा के प्रेम से आश्चर्यचकित कई क़ैदी रो पड़े और कईयों ने "फ्राँन्चेस्को" के जयनारे लगाकर उनके प्रति श्रद्धा और सम्मान प्रकट किया।

रोम स्थित रेबिब्या कारावास का ख्रीस्तयाग समारोह, सन्त पापा की कार्यसूची में, पुण्य बृहस्पतिवार की दूसरी धर्मविधि थी। गुरुवार प्रातः, सन्त पापा ने वाटिकन स्थित सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में ख्रीस्तायग अर्पित कर विलेपन हेतु प्रयुक्त किये जानेवाले तेलों पर आशीष दी थी।

पुण्य बृहस्पतिवार यूखारिस्तीय एवं पुरोहिताभिषेक संस्कारों की स्थापना का भी पावन दिवस है जिसे अर्थ प्रदान करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने, गुरुवार को, रोम धर्मप्रान्त के दस पुरोहितों के साथ मध्यान्ह भोजन किया तथा उनकी प्रेरिताई और उनके मिशन पर उनसे चर्चा की।   

शुक्रवार को, विश्व के ख्रीस्तीय धर्मानुयायी, विविध धर्मविधियों द्वारा, प्रभु येसु मसीह के दुखभोग एवं क्रूसमरण पर मनन-चिन्तन करते हैं। सन्त पापा फ्राँसिस भी सन्त पेत्रुस महागिरजाघर में दुखभोग की धर्मविधि पूरी करने के उपरान्त, स्थानीय समयानुसार रात्रि नौ बजे, रोम के ऐतिहासिक स्मारक कोलोसेऊम में, पवित्र क्रूस मार्ग की विनती का पाठ तथा जुलूस का नेतृत्व करेंगे।      








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