2015-03-21 15:24:00

प्रेम में दुनिया बदल देने की ताकत


नेपल्स, शनिवार, 21 मार्च 2015 (वीआर सेदोक)꞉ नेपल्स स्थित प्लेबिशितो चौक में संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 21 मार्च को विश्वासी समुदाय के लिए पावन ख्रीस्तयाग अर्पित किया। इससे

पूर्व उन्होंने धर्माध्यक्षों, पुरोहितों, नेपल्स में अन्य कलीसियाओं के प्रतिनिधियों तथा न्यूयॉर्क के गवर्नर से मुलाकात की।

उन्होंने प्रवचन में कहा, ″आज का सुसमाचार पाठ येरूसालेम मंदिर में यहूदियों के पवित्र संदूक महापर्व की एक झलक को प्रस्तुत करता है। पर्व के बाद येसु एक बड़ी भविष्यवाणी कर खुद को जीवन जल अर्थात् पवित्र आत्मा के रूप में प्रकट करते हैं। (यो.7꞉37-39) संत पापा ने कहा कि इस भविष्यवाणी के बाद येसु से अत्यधिक प्रभावित होकर लोग उनके बारे में तरह-तरह के विचार करने लगे। कुछ लोगों ने उन्हें नबी कहा तो कुछ लोगों उन्हें मसीह स्वीकार किया किन्तु कुछ लोगों ने इस का विरोध किया क्योंकि उनका मानना था कि मसीह को गलीलिया नहीं बेतलेहेम से आना था।

याजकों ने उन्हें गिरफ्तार करने के उद्देश्य से अधिकारियों को भेजा था किन्तु उन्होंने खाली हाथ वापस लौटकर बतलाया कि उनके समान, अधिकार के साथ, आज तक कोई नहीं बोला। संत पापा ने कहा कि सच्चाई की आवाज सरल लोगों को सुनाई पड़ी थी। आज के समान ही उन दिनों भी येसु को स्वीकार करने वालों एवं अस्वीकार करने वालों के बीच विभाजन था।

संत पापा ने कहा, ″आज मैं नेपल्स आया दूँ ताकि हम मिलकर येसु को प्रभु घोषित करें जिनके सदृश्य अधिकार के साथ कोई नहीं बोल सकता। मात्र उन्हीं के पास करुणा के शब्द हैं जो हमारे हृदयों के घावों को चंगा कर सकते हैं। उन्हीं के पास अनन्त जीवन का संदेश हैं।″

संत पापा ने कहा कि ख्रीस्त का वचन दुनिया की हर ताकत से अधिक शक्तिशाली है। यह प्यार की शक्ति है एक ऐसा प्यार जिसकी कोई सीमा नहीं है। वह प्यार हमें, अपने से अधिक, दूसरों से प्रेम करने हेतु प्रेरित करता है। विनम्र, अहिंसा की भावना से पूर्ण, शांति और न्याय स्थापित करने वाला प्रेम अपने आप में दुनिया बदल देने की ताकत रखता है।

ख्रीस्त का वचन सभी लोगों तक पहुँच सके, विशेषकर, देहातों में रहने वालों की बीच ताकि वे उसे अपने जीवन के केंद्र में आशा के स्रोत रूप में स्वीकार कर सकें। संत पापा ने विश्वासियों से सुसमाचार के प्रचार का आह्वान करते हुए कहा कि जिन लोगों को वचन सुनने की कृपा प्राप्त है वे उसे बांटने के लिए बुलाये जाते हैं। संत पापा ने कहा कि प्रेरितिक उत्साह के साथ हम अपने घेरे से बाहर आयें तथा लोगों को ईश्वर की करूणा, कोमलता और मित्रता का संदेश दें।

संत पापा ने विश्वासियों को चालीसे काल का स्मरण दिलाते हुए कहा कि हम चालीसा काल में हैं तथा पास्का की ओर आगे बढ़ रहे हैं जो हमारे मुक्तिदाता पुनर्जीवित ख्रीस्त की आशा हममें जागाता है।  उन्होंने नेपल्स के सभी विश्वासियों विशेषकर युवाओं को पुनर्जीवित ख्रीस्त की शक्ति ग्रहण करने के लिए उदार बनने तथा मेल मिलाप, सेवा और भाईचारा जैसे नये जीवन के फलों में बढ़ने की सलाह दी।

ख्रीस्तयाग के उपरांत संत पापा एवं कार्डिनल सेपे ने एक दूसरे को उपहार भेंट किया।

 








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