2015-03-17 11:52:00

रानाघाट की धर्मबहनों पर हमला घृणित और अनैतिक, कार्डिनल ग्रेशियस


मुम्बई, मंगलवार, 17 मार्च 2015 (एशियान्यूज़): मुम्बई के महाधर्माध्यक्ष तथा भारतीय काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष कार्डिनल ऑसवर्ल्ड ग्रेशियस ने पश्चिम बंगाल के रानाघाट में धर्मबहनों के कॉन्वेन्ट पर हुए हमले तथा एक 72 वर्षीय धर्मबहन के बलात्कार को घृणित और अनैतिक कृत्य निरूपित कर इसकी कड़ी निन्दा की है।

नादिया ज़िले के रानाघाट स्थित जीज़स एण्ड मेरी कॉन्वेन्ट पर 13 मार्च को हमला किया गया था। हमलावरों ने कॉन्वेन्ट के प्रार्थनालय में तोड़-फोड़ मचाई, नकदी चुरा ले गये तथा कॉन्वेन्ट की अध्यक्षा एक 72 वर्षीय धर्मबहन का सामूहिक बलात्कार किया।

कार्डिनल ग्रेशियस ने हमले पर रोष प्रकट करते हुए कहा, "विगत 19 वर्षों से यह कॉन्वेन्ट लोगों की सेवा करता रहा है तथा राष्ट्र निर्माण में योगदान देता रहा है इसलिये कॉन्वेन्ट की धर्मबहनों पर इस प्रकार का आक्रमण वास्तव में एक नीच एवं घृणित कृत्य है।" उन्होंने धर्मबहनों को अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया।          

कोलकाता में सोमवार को महाधर्माध्यक्ष थॉमस डिसूज़ा के नेतृत्व में काथलिक धर्मबहनों एवं लोकधर्मियों ने मोमबत्ती जुलूस निकालकर पीड़ित धर्मबहन के प्रति एकात्मता प्रदर्शित की।  इसके अतिरिक्त, सैकड़ों छात्रों, अध्यापकों एवं अभिभावकों ने कॉन्वेन्ट के सामने धरना दिया तथा पुलिस से मांग की वह शीघ्र ही दोषियों का पता लगाकर उन्हें गिरफ्तार करे।

इस बीच, पीड़ित धर्मबहन से मिलने जा रही पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बेनर्जी को भी लोगों के विरोध का सामना करना पड़ा। क्रुद्ध जनसमुदाय ने मुख्यमंत्री के काफ़िले को रोक दिया तथा दोषियों की गिरफ्तारी की मांग की।

मीडिया से बात करते हुए मुख्यमंत्री बेनर्जी ने कहा कि दोषियों के खिलाफ कठोरतम कार्रवाई की जाएगी जिसके लिये वे पूर्णतः प्रतिबद्ध हैं। उन्होंने कहाः "जो लोग इस तरह के अपराध करते हैं,  वे इंसान नहीं होते... हमारी संवेदनाएं पीड़ित के साथ हैं जो हमारी मां समान हैं। दोषी पूरे समाज के लिए एक कलंक हैं।"

पुलिस ने अब तक दस संदिग्ध लोगों को हिरासत में लिया है।

 








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