2015-03-17 11:49:00

मुसलमान नेताओं ने की लाहौर गिरजाघरों पर हमलों की निन्दा


लाहौर, मंगलवार, 17 मार्च 2015 (एशियान्यूज़): लाहौर के युहन्नाबाद में रविवार को दो ख्रीस्तीय गिरजाघरों पर किये गये आत्मघाती हमलों का कम से कम 50 मुसलमान नेताओं ने सर्वसम्मति से खण्डन किया है जिसमें 17 व्यक्तियों के प्राण चले गये। मृतकों में चार मुसलमान भी शामिल हैं।

पाकिस्तान की ऊलेमा काऊन्सल (पीयूसी) के अध्यक्ष आल्लामा थैर अशरफ़ ने एशिया न्यूज़ से कहा, "आतंकवाद को रोकने के लिये सरकार को सख्ती से नई अनावृत राष्ट्रीय कार्य योजना को लागू करना चाहिए।"

उन्होंने कहा कि वे घायलों की मदद कर रहे हैं तथा सब प्रकार के आतंकवाद का बहिष्कार करते हैं।

20 अन्य मुसलमान नेताओं सहित लाहौर में एक संवाददाता सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए उन्होंने कहा, "अच्छे और बुरे तालिबान में कोई फर्क नहीं है; जो भी दोषी है उसे दण्डित किया जाना चाहिये।" उन्होंने बताया कि उनकी काऊन्सल से जुड़े 13,600 मदरसे तथा 74,000 मस्जिदें आतंकवाद के खिलाफ़ लड़ाई में सरकार को मदद दे रहे हैं।

सोमवार को लाहौर के युहन्नाबाद में मृतकों की शवयात्रा के दौरान स्थिति तनावपूर्ण बनी रही तथा कई जगहों से मुसलमानों एवं ख्रीस्तीयों के बीच झड़पों की ख़बरें भी मिली।

इस बीच, पाकिस्तान के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के अध्यक्ष एवं कराची के महाधर्माध्यक्ष जोसफ कूट्स तथा फैज़लाबाद के धर्माध्यक्ष जोसफ अरशद ने दो संदिग्ध आतंकवादियों की पिटाई की निन्दा की है तथा ख्रीस्तीयों से शान्ति बनाये रखने की अपील की है।

 

 








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