2015-03-16 12:41:00

विश्वास का अर्थ है - स्वीकार करना ईश्वर मुझे बदलेगा


वाटिकन सिटी, सोमवार 16 मार्च, 2015 (सेदोक,वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 16 मार्च को वाटिकन स्थित अतिथि निवास सान्ता मार्था में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करते हुए कहा कि ईश्वर हमें प्यार करते हैं और ईश्वर के पास जितना प्यार है उसे कोई ईशशास्त्री बखान नहीं कर सकता। ऐसे प्यार के लिये हम सिर्फ़ आनन्द से आँसू बहा सकते हैं।

यूखरिस्तीय बलिदान के समय पहले पत्र पर अपने चिन्तन प्रस्तुत करते हुए कहा कि ईश्वर चाहते हैं कि एक नया स्वर्ग और एक नयी धरती बने। इसका अर्थ है उस बात की याद करना जब मानव के पाप के कारण वह ईश्वर से दूर हो गया था और अपने को बरबाद कर दिया था तब ईश्वर ने येसु मसीह में सब कुछ को नया कर दिया और इसके द्वारा उन्होंने अपने आनन्द को प्रकट किया।  

संत पापा ने कहा कि ईश्वर की एक इच्छा है यह कहें एक सपना है कि वह हमारे साथ आनन्द मनाये। वे चाहते हैं कि हमारी पुनर्सृष्टि हो ताकि हमें विजयी हो सकें।

संत पापा ने कहा कि इस बात पर विश्वास करना कि ईश्वर मुझे बदल सकता है वह शक्तिशाली है - विश्वास है। इसके लिये ज़रूरत है ईश्वर को अपने जीवन में जगह  देना और यह कहना कि ईश्वर मुझे बदल सकता है। .

 








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