2015-02-27 11:45:00

दैनिक मिस्सा पाठ


बृहस्पतिवार – 26.2.15

दैनिक मिस्सा पाठ

पहला पाठ- एस्थेर 9꞉ 12, 14-16, 23-24

12) तब राजा ने रानी एस्तेर से कहा, ''राजधानी सूसा में यहूदियों ने पाँच सौ पुरुषों और हामान क दसों पुत्रों का वध कर उनका विनाश कर दिया हैं। उन्होंने राज्य के अन्य प्रदेशों में न जाने कितने लोगों का वध किया होगा! अब तुम्हारा और क्या निवेदन है? तुम जो चाहती हो, वह पूरा किया जायेगा।'' 14) तब राजा ने ऐसा ही करने की आज्ञा दी। सूसा में एक राजाज्ञा निकाली गयी और हामान के दसों पुत्रों को फाँसी पर लटका दिया गया। 15) इसके बाद सूसा में रहने वाले यहूदियों ने दल बना कर अदार मास के चौहदवें दिन भी सूसा में तीन सौ पुरुषों का वध किया; लेकिन उन्होंने उनकी सम्पत्ति नहीं लूटी। 16) राज्य के सब प्रांतों में रहने वाले अन्य यहूदी अपनी प्राण-रक्षा के लिए संगठित हो गये और उन्हें अपने श 23) यहूदियों ने उस समय मोरदकय के आदेश के अनुसार जो पर्व मनाना प्रारंभ किया था, उन्होंने उसे भविष्य में समारोह के साथ मनाने का निश्चय किया। 24) हम्मदाता का पुत्र अगागी हामान सब यहूदियों को विरोधी था। उसने उनके विरुद्ध षड्यंत्र रचा था और उन्हें कुचलने और मिटाने के लिए 'पूर', अर्थात चिट्ठी डाली थी। 25) किन्तु जब एस्तेर राजा से मिलनी गयी, तो राजा ने आदेश दिया हामान ने यहूदियों के विरुद्ध जो षड्यंत्र रचा था, वह उसी के सिर पड़े जिससे हामान और उसके पुत्र फाँसी पर लटकाये गये।  त्रुओं से मुक्ति मिली। उन्होंने अपने पचहत्तर आक्रमकों का वध किया, लेकिन उनकी संपत्ति नहीं लूटी। 

सुसमाचार पाठ- मती. 7꞉7-12

7)''माँगो और तुम्हें दिया जायेगा; ढूँढ़ों और तुम्हें मिल जायेगा; खटखटाओं और तुम्हारे लिए खोला जायेगा। 

8) क्योकि जो माँगता है, उसे दिया जाता है; जो ढूँढता है, उसे मिल जाता है और जो खटखटता है, उसके लिए खोला जाता है। 9) ''यदि तुम्हारा पुत्र तुम से रोटी माँगे, तो तुम में ऐसा कौन है जो उसे पत्थर देगा? 

10) अथवा मछली माँगे, तो उसे साँप देगा? 11) बुरे होने पर भी यदि तुम लोग अपने बच्चों को सहज ही अच्छी चीजें देते हो, तो तुम्हारा स्वर्गिक पिता माँगने वालों को अच्छी चीजें क्यों नहीं देगा?  12)''दूसरों से अपने प्रति जैसा व्यवहार चाहते हो, तुम भी उनके प्रति वैसा ही किया करो। यही संहिता और नबियों की शिक्षा है।  








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