2015-02-19 15:12:00

हत्या ने मिश्र वासियों को एकता के सूत्र में बांध दिया है


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 19 फरवरी 2015 (वीआर अंग्रेजी)꞉ ″लीबिया में इस्लामी आतंकवादियों द्वारा मारे गये 21 कॉप्टिक ख्रीस्तीय बहुत ग़रीब थे किन्तु वे ईश्वर के अति करीब थे।″ यह बात मिश्र की काथलिक कलीसिया के प्रवक्ता फादर रफिक ग्रीके ने वाटिकन रेडियो से कही।

उन्होंने कहा, ″ये लोग ईशशास्त्री नहीं थे और न ही पवित्र बाईबिल का अध्ययन कर सकते थे किन्तु विश्वास में पक्के और अत्यन्त साहसी थे।″

फादर ने जानकारी देते हुए कहा कि आतंकवादियों द्वारा मारे गये 17 लोग मीनया के सामालूत गाँव तथा 3 पास के ही अन्य गाँव के थे। वे अपने परिवार की देखभाल हेतु लीबिया में विस्थापित होकर मज़दूरी कर रहे थे।

 फादर ने कहा, ″चाड से जो व्यक्ति मारा गया उसने हाल ही में ईसाई धर्म स्वीकार किया था वह अपने विश्वास के कारण शहीद हुआ।″ उन्होंने कहा कि अन्य शहीद ख्रीस्तीयों को देखते हुए भागने से इन्कार करते हुए नव दीक्षित ख्रीस्तीय ने कहा, ″मैं उन्हीं के समान शहीद होना चाहता है।″

फादर रफिक ग्रीके ने कहा कि तबाही ने मिश्र के ख्रीस्तीयों, मुसलमानों एवं मिश्र वासियों को एकता के सूत्र में बांध दिया है और वे हत्या के शिकार 21 ख्रीस्तीयों को विश्वास के कारण शहीद मानते हैं।

राष्ट्रपति अबदेल फत्ताह एल. असीसी ने देश में 7 दिनों के शोक दिवस की घोषणा की है तथा कॉप्टिक कलीसिया के शीर्ष संत पापा तोवाद्रोस से आग्रह किया है कि उन शहीदों के सम्मान में एक गिरजाघर का निमार्ण करें।

फादर ने बतलाया कि मिश्र के पत्रकार संत पापा फ्राँसिस के शब्दों से खास तौर से प्रभावित हैं जिन्होंने कॉप्टिक कलीसिया के प्रति अपना गहन आध्यात्मिक सामीप्य प्रदर्शित किया है।

ज्ञात हो कि संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार को कॉप्टिक कलीसिया के शीर्ष पॉप तावाद्रोस को टेलीफोन द्वारा व्यक्तिगत सम्पर्क कर उनके प्रति सहानुभूति व्यक्त की थी।

 

 

 








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