2015-02-18 11:19:00

दलित आरक्षण हेतु धर्माध्यक्ष ने मोदी से की अपील


नई दिल्ली, बुधवार, 18 फरवरी सन् 2015 (ऊका समाचार): नई दिल्ली में, मंगलवार को, प्रधान मंत्री नरेन्द्र मोदी के साथ एक शिविर को सम्बोधित करनेवाले काथलिक नेताओं ने ख्रीस्तीय धर्म के दलितों के लिये आरक्षण की अपील की।

देहली के महाधर्माध्यक्ष अनील कूटो ने प्रधान मंत्री मोदी से आग्रह किया कि दलित ख्रीस्तीयों को आरक्षण की सुविधाएँ दिलवाने के लिये वे उचित कार्रवाई करें।

इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराते हुए कि विगत साठ वर्षों से दलित ख्रीस्तीय इन सुविधाओँ से वंचित रखे गये हैं महाधर्माध्यक्ष कूटो ने कहा कि इन सुविधाओं से ख्रीस्तीयों को वंचित रखा जाना अन्याय एवं भेदभावपूर्ण है। काथलिक कलीसिया द्वारा सन्त घोषित कूरियाकोज़ चवारा तथा मदर यूफ्रेसिया के आदर में, मंगलवार को, नई दिल्ली में उक्त शिविर का आयोजन किया गया था।

महाधर्माध्यक्ष कूटो ने कहा, "यह धर्म के आधार पर अन्याय एवं भेदभाव का स्पष्ट मामला है जो एक धर्मनिर्पेक्ष राष्ट्र के लिये सही नहीं है। हम आपकी सरकार में अपना भरोसा व्यक्त करते हैं कि वह असम्भव प्रतीत होनेवाले इस मुद्दे को सम्भव बना देगी।" 

भारतीय संविधान में दलितों एवं सामाजिक रूप से पिछड़े वर्गों के कल्याण हेतु शिक्षण संस्थानों एवं सरकारी नौकरियों में आरक्षण की व्यवस्था है किन्तु सन् 1950 के राष्ट्रपति आदेश के अनुसार ये सुविधाएँ दलित मूल के ख्रीस्तीयों को नहीं मिलती हैं क्योंकि ख्रीस्तीय धर्म जातिवाद में विश्वास नहीं करता।

मंगलवार के शिविर में सिरो मलाबार कलीसिया के प्रधान महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल आलेन चेरी ने भी ख्रीस्तीय दलितों के हित में प्रधान मंत्री मोदी से अपील की।

उन्होंने कहा, "मैं भी आपके समक्ष दलित ख्रीस्तीयों की अपील को रखना चाहता हूँ कि आप उन्हें भी वे ही सुविधाएँ एवं अधिकार दिलवायें जो अन्य धर्मों के दलितों को प्राप्त हैं।" 

   

 








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