वाटिकन सिटी, सोमवार 16 जनवरी, 2015 (सेदोक, वीआर) संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 16 फरवरी को बेल्जियम नीदरलैंड और लक्सम्बर्ग के ' प्रो पेतरी सेदे ' के सदस्यों से वाटिकन में मुलाक़ात की और उनसे कहा कि वे संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी पोप को लगातार मदद देने के लिये उनकी सराहना करते हैं।
विदित हो कि " प्रो पेतरी सेदे " नामक संस्था संत पापा को आर्थिक मदद देती है ताकि उससे गरीबों तथा ज़रूरतमंदों की सेवा हो सके।
प्रो पेतरी सेदे के सदस्य प्रेरित संत पेत्रुस के कब्र के दर्शन हेतु एक तीर्थयात्रा के तहत् रोम पहुँचे । प्रो पेतरी सेदे के सदस्यों से मुलाक़ात करने के बाद संत पापा ने अपना संदेश देते हुए कि एक ओर तो हमें जिन परिस्थितियों में जीवन यापन कर रहे हैं वहाँ दरकिनार लोगों की संख्या बढ़ी है और हमें आमंत्रित करती है कि हमें उन्हें आर्थिक और आध्यात्मिक मदद दें तो दूसरी ओर हम गरीबों से बहुत कुछ सीख सकते हैं।
संत पापा ने कहा कि अपनी गरीबी से जूझते हुए लोग कई बार पारिवारिक जीवन की मूल बातों के साक्ष्य देते हैं। गरीब अपनी कमियों में भी दूसरों के साथ बाँटना जानते हैं और जिसे मैंने हाल की एशिया की प्रेरितिक यात्रा में देखा है। गरीब प्रसन्न रहना जानते हैं।
हमारे मन-दिल में स्वार्थ और उदासीनता हमेशा छिपी होती है। ग़रीबों की ओर ध्यान देने से हम नम्र और सत्य के पथ पर चलने के लिये प्रेरित होते हैं। प्रेरित संत पौल ने कुरिन्थियों को लिखे अपने पत्र में कहा है " आपने ऐसी कौन-सी बातें हैं जिसे हमने ईश्वर की ओर से नहीं पाया है ? " गरीबों की उपस्थिति हमें इस बात की याद दिलाती है कि हमारी मानवता एक है, हमारा जीवन क्षणभंगुर है और हम ईश्वर और लोगों पर आश्रित हैं।
संत पापा ने कहा कि वे लोगों को आमंत्रित करते हैं कि वे विशेष करके चालीसे काल में गरीबों के प्रति दयालु बनाये।
उन्होंने प्रो पेतरी सेदे के सदस्यों से कहा कि उन्होंने जो बहुमूल्य दान संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी को दिया है उसे विश्व के विभिन्न भागों में पीड़ीपूर्ण जीवन व्यतीत कर रहे लोगों को दे दिया जायेगा। ऐसी मदद करके उन्होंने गरीबों को आध्यात्मिक मदद पहुँचायी है राहत दी है तथा उन्हें एक नयी आशा प्रदान की है।
संत पापा ने कहा कि वे उन सबों को इस बात के लिये आमंत्रित करते हैं कि वे शांति के लिये प्रार्थना करना जारी रखें और सुसमाचार के आनन्द की घोषणा करें।
All the contents on this site are copyrighted ©. |