2015-02-10 12:05:00

मुम्बईः विगत वर्ष 7,000 ख्रीस्तीयों ने धमकियों का किया सामना, रिपोर्ट


मुम्बई, मंगलवार, 10 फरवरी 2015 (ऊका समाचार): मुंबई स्थित काथलिक सेक्युलर फोरम (सीएसएफ) ने कहा है कि उसने, सन् 2014 के दौरान, भारत के विभिन्न क्षेत्रों में ख्रीस्तीयों एवं उनकी संस्थाओं के विरुद्ध हमलों की 120 घटनाओं तथा 7,000 ख्रीस्तीयों को मिली धमकियों का प्रलेखन किया है।

हिन्दूस्तान टाईम्स समाचार पत्र के अनुसार काथलिक सेक्युलर फोरम की रिपोर्ट समाचार पत्र को अर्पित की गई थी जिसमें पाँच हत्याओं की सूची भी शामिल है।

भारतीय जनता पार्टी द्वारा प्रशासित मध्यप्रदेश में 23 एवं छत्तीसगढ़ में 19 ख्रीस्तीय विरोधी घटनाएँ हुई जबकि काँग्रेस प्रशासित कर्नाटक में 14 ख्रीस्तीय विरोधी घटनाएँ दर्ज़ की गई।

रिपोर्ट में कहा गया कि दिसम्बर 2013 से लेकर दिसम्बर 2014 तक लगभग 7,000 ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों को धमकियाँ, हिंसा एवं विस्थापन का सामना करना पड़ा। पीड़ितों में 1,600 महिलाएँ एवं 500 बच्चे शामिल हैं। इनके अतिरिक्त, इस अवधि में लगभग 300 पुरोहितों, धर्मबहनों एवं समुदाय के अध्यक्षों को भी निशाना बनाया गया।

रिपोर्ट में केन्द्रीय सरकार द्वारा क्रिसमस के दिन को अच्छे प्रशासन के दिन के रूप में मनाने तथा श्रीमत् भगवत गीता को राष्ट्रीय ग्रन्थ घोषित करने हेतु विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के आह्वान पर भी गहन चिन्ता व्यक्त की गई।

काथलिक सैक्युलर फोरम के महासचिव जोसफ डायस ने हिन्दूस्तान टाईम्स को बताया कि उनकी रिपोर्ट सम्पूर्ण विश्व के मानवाधिकार संगठनों में बाँटी गई है। 








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