2015-02-05 15:37:00

मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना का पहला अंतर्राष्ट्रीय दिवस


वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 5 फरवरी 15 (सीएनए)꞉ वाटिकन ने मानव तस्करी के विरूद्ध एवं उसके उन्मूलन हेतु आगामी रविवार 8 फरवरी को, अंतरराष्ट्रीय प्रार्थना एवं चिंतन दिवस घोषित किया है।

वाटिकन ने विश्वासियों से अपील की है कि इस दिन वे प्रार्थना एवं मनन-चिंतन में बितायें तथा उन लोगों को विशेष रूप से याद कर मोम बत्ती जलायें जो आधुनिक दासता के चंगुल में फंसे हैं।  अंतरराष्ट्रीय प्रार्थना दिवस की विषयवस्तु है ″मानव तस्करी के विरूद्ध प्रकाश की ओर।″

न्याय एवं शांति के लिए बनी परमधर्मपीठीय समिति तथाधर्म समाजियों में सर्वोच्च अधिकारियों के अंतरराष्ट्रीय संघ ने इस प्रकार का आयोजन पहली बार किया है तथा उनकी आशा है कि इस पहल द्वारा सामाजिक बुराई को दूर करने में विश्व एकजुट होगा।

न्याय एवं शांति के लिए बनी परमधर्मपीठीय समिति के अध्यक्ष कार्डिनल टर्कशन ने 3 फरवरी को पत्रकारों से कहा, ″हमारी जागरूकता को विस्तृत करना होगा तथा इस बुराई की गंभीरता को समझना होगा। इस जागरूकता द्वारा हम प्रार्थना करने हेतु प्रेरित होंगे तथा प्रार्थना से एकजुटता और एकजुटता से सहानुभूति एवं एक ठोस कार्रवाई द्वारा मानव तस्करी का उन्मूलन किया जा सकेगा। 

आयोजन के उद्देश्य के बारे बतलाते हुए उन्होंने कहा कि यह सूडान में दास रह चुकी संत बकीता के पर्व दिवस की ओर लोगों का ध्यान आकृष्ट करना है तथा यह स्मरण करना है कि दास प्रथा की समस्या अब भी समाप्त नहीं हुई है।

‘तालिखा कुंभ’ अंतरराष्ट्रीय मानव तस्करी के उन्मूलन हेतु संघर्षरत महिला धर्मसंघी संस्था है।

कार्डिनल ने मानव तस्करी के विश्व पर प्रभाव को उजागर करते हुए कहा कि हम सभी को इस समस्या की गंभीरता के प्रति जागरूक होना पड़ेगा।

कार्डिनल के अनुसार जो लोग इस समस्या के निवारण में संलग्न हैं उन्हें अधिक समर्पित होने की आवश्यकता है जिससे इस समस्या को दूर किया जा सके, जिसे संत पापा मानव समाज रूपी शरीर पर एक गहरा घाव मानते हैं।

 








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