2015-01-24 15:20:00

ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक विचार गोष्ठी के प्रतिनिधियों से संत पापा ने मुलाकात की


वाटिकन सिटी, शनिवार, 24 जनवरी 2015 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 24 जनवरी को, वाटिकन स्थित कार्डिनल मंडल भवन में ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक विचार गोष्ठी के धर्मसमाजी एवं धर्मसंघी प्रतिनिधियों से मुलाकात की।

उनसे मुलाकात कर उन्होंने खुशी जाहिर करते हुए कहा कि विभिन्न कलीसियाओं एवं ख्रीस्तीय समुदायों द्वारा, ख्रीस्तीय एकता की प्रार्थना हेतु समर्पित सप्ताह में सभा आयोजित करना अत्यन्त महत्वपूर्ण है। प्रत्येक वर्ष यह अवधि हमें याद दिलाती है कि आध्यात्मिक ख्रीस्तीय एकता, ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक अंदोलन की आत्मा है।

उन्होंने कहा, ″ख्रीस्तीयों की एकता को बनाये रखना याजकों एवं लोकधर्मियों समेत सभी कलीसियाओं में स्वाभाविक रूप से विद्यमान है किन्तु ख्रीस्त की इच्छा तथा सार्वभौमिक कलीसिया की आम परम्परा पर आधारित धार्मिक जीवन एकता को बढ़ावा देने हेतु निःसंदेह एक विशेष बुलाहट है। इस बुलाहट को साकार करने हेतु कई ख्रीस्तीय समुदाय संलग्न हैं जहाँ विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों के सदस्यों को एक साथ मिलने का अवसर प्राप्त होता है।″

संत पापा ने उनकी सभा को सार्थक बतलाते हुए कहा कि उनके एक साथ जमा होने का मुख्य कारण है कि वे सबसे मिलजुल कर रहते हैं तथा एक हृदय और एक प्राण के साथ ईश्वर के रास्ते पर आगे बढ़ रहे हैं।

संत पापा ने कहा कि यह एकता हमारे प्रयासों का फल नहीं किन्तु पवित्र आत्मा का वरदान है जो विभिन्नता में एकता बनाये रखता तथा यह प्रकट करता है कि भ्रातृ प्रेम एवं आपसी सेवा के रास्ते को अपनाते हुए एक साथ कार्य करने के द्वारा ही एकता पूर्ण होती है।

संत पापा ने कहा कि मन-परिवर्तन के बिना कोई एकता सम्भव नहीं है। प्रथम परिवर्तन, हृदय का परिवर्तन होना चाहिए जो क्षमा प्राप्त करने पर होता है। आपस में परिवर्तन तभी सम्भव है जब हम एक-दूसरे में ईश्वर को देख पायें।

संत पापा ने एकता के लिए आवश्यक दूसरे बिन्दु के रूप में प्रार्थना बतलाया। धार्मिक जीवन प्रार्थना का जीवन है। ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक समर्पण येसु से प्रार्थना करने की मांग करता है।

एकता का अगला आधार है जीवन की पवित्रता। जीवन की पवित्रता के लिए बुलाहट ही एकता का सच्चा मार्ग है। संत पापा ने विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों की एकता हेतु शांति तथा मेल-मिलाप के लिए प्रयासरत सभी प्रतिनिधियों को धन्यवाद दिया।

 








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