2015-01-16 12:14:00

मनीला झुग्गी – झोपडियों के बच्चों को संत पापा का उपहार


मनीला, 16 जनवरी, 2015  (मनीला, प्रेस कार्यालय) संत पापा फ्राँसिस ने मनीला के निष्कलंक गर्भागमन महागिरजाघर में यूखरिस्तीय बलिदान अर्पित करने के तुरन्त बाद सब को आश्चर्य में डालते हुए सड़कों में गुज़र-बसर करने वाले बच्चों की देखरेख करने वाली समाजसेवी संस्था " अनाक टीएनके "  का दौरा किया और करीब 320 बच्चों  से मुलाक़ात कर उन्हें आशीर्वाद दिया।

मालूम हो कि अनाक टीएनके स्वयंसेवी संस्थान के दौरा का कार्यक्रम संत पापा के 16 जनवरी के कार्यक्रम में शामिल नहीं था।

संत पापा के कार्यक्रम को बदले जाने के बारे में जानकारी देते हुए वाटिकन प्रेस कार्यालय के निदेशक जेस्विट फादर फेदेरिको लोमबारदी ने कहा कि संत पापा ने बच्चों के संस्थान में जाने की इच्छा व्यक्त की और उनके साथ करीब 30 मिनट का समय बिताया। बच्चों ने संत पापा के आने की खुशी में स्वगत गीत प्रस्तुत किये, नाचा और पापा से गले मिलाया।

वाटिकन प्रवक्ता फादर लोमबारदी ने बताया कि बच्चों का संत पापा से मिलना, उनकी खुशी और उत्साह एक भावुक पल था। बच्चों ने संत पापा के लिये माता मरिया की एक मूर्ति बनायी थी जो लकड़ी से निर्मित थी।

बच्चों ने संत पापा को अपने छोटे-छोटे उपहार दिये जिसमें पवित्र साक्रमेंट की तस्वीर और विभिन्न रंग-बिरंगे कागज़ों से बनी एक मोजाइक शामिल थी जिसके निकट वे प्रार्थना किया करते हैं।

फादर लोमबारदी ने बताया कि अनाक केन्द्र के संचालक एक फ्रेंच फादर हैं जिनके साथ 20 बच्चे रहा करते हैं और अन्य बच्चे अन्य केन्द्रों  का सहायता से प्राप्त करते हैं।

उन्होंने बतलाया कि अनाक टीएनके ने एक अभियान शुरु कुया है जिसे कहा जाता है  "इभन अस"।

पिछले वर्ष मनीला के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल लुईस अन्तोनियो तागले ने स्ट्रीट बच्चों के हज़ारों पत्रों तथा एक वीडियो को संत पापा तक पहुँचाया था जिसमें बच्चों ने अपनी इच्छाओं और आकांक्षाओं को प्रकट किया था और उन्हीं पत्रों का उत्तर था संत पापा का अनाक नामक संस्था का आश्चार्यजनक दौरा।








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