कोची, शनिवार 10 जनवरी, 2015 (उकान,न्यू इंडियन एक्सप्रेस) धर्म पुनर्परिवर्तन या घर वापसी के बार में प्रधानमंत्री की चुप्पी पर सिरो मलाबार कलीसिया ने चिन्ता व्यक्त की है।
सिरो मलाबार कलीसिया की माउंट सेट थोमस में चल रही सभा ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी कर कहा कि सिरो मलाबार कलीसिया बलात धर्मपरिवर्तन या गरीबों तथा ज़रूतमंदों को प्रलोभन देकर धर्मपरिवर्तन का विरोध करती है।
सिनॉद के प्रवक्ता ने कहा कि यह दुर्भाग्यपूर्ण है कि सत्ता की शक्ति का दुरुपयोग करते हुए कुछ लोग पुनर्धर्मपरिवर्तन या तथाकथित ' घर वापसी ' कर रहे हैं।
सिनॉद ने बल देकर कहा कि कलीसिया द्वारा मानवहितकारी कार्यों के कारण आम लोग ख्रीस्तीय विश्वास से प्रभावित होते हैं। भारत को एक धर्मनिर्पेक्ष राष्ट्र घोषित करके संविधान निर्माताओं ने इस बात का स्वप्न देखा कि भारत का निर्माण विभिन्न धर्मों में व्याप्त मूल्यों तथा गुणों से किया जा सकेगा।
विदित हो कि सिरो मलाबार कलीसिया के सतना और मन्दया धर्मप्राँतों के 42 धर्माध्यक्ष
कक्कानाद के माउंट सेंट थोमस में चल रही पाँच दिवसीय सिनॉद में हिस्सा ले रहे हैं।
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