वाटिकन सिटीः प्राग में तेज़े सम्मेलन को सन्त पापा फ्रांसिस का सन्देश
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 30 दिसम्बर 2014 (सेदोक): चेक गणतंत्र के प्राग शहर में तेज़े
समुदाय द्वारा आयोजित प्रार्थना सम्मेलन को सन्त पापा फ्राँसिस ने सोमवार, 29 दिसम्बर
को एक सन्देश प्रेषित किया।
इस वर्ष फ्राँस के तेज़े समुदाय ने, 29 दिसम्बर
से 02 जनवरी तक, चेक गणतंत्र की राजधानी प्राग में, ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक सम्मेलन का
आयोजन किया है जिसमें विश्व के विभिन्न क्षेत्रों से लगभग हज़ारों युवा प्रार्थना के
लिये एकत्र हुए हैं।
सन् 1940 ई. में तेज़े ख्रीस्तीय एकतावर्द्धक समुदाय की
स्थापना सुधारवादी प्रॉटेस्टेण्ट धर्मबन्धु रोजर शुट्स द्वारा की गई थी। तेज़े समुदाय
द्वारा प्रतिवर्ष प्रार्थना सम्मेलन, बाईबिल अध्ययन कार्यक्रम तथा सामुदायिक श्रम शिविरों
का आयोजन किया जाता रहा है जो ख्रीस्तीयों के बीच एकता को प्रोत्साहित करने का सुअवसर
होता है।
वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पियेत्रो पारोलीन ने सन्त पापा फ्राँसिस
की ओर से प्राग में जारी प्रार्थना सम्मेलन में भाग ले रहे विश्व के युवाओं को प्रेषित
सन्देश में लिखा कि प्रार्थना एवं आपसी वार्ताओं द्वारा वे "धरती के नमक" बनने का प्रयास
कर रहे थे तथा सन्त पापा फ्राँसिस युवाओं के इस उद्यम में उनके साथ हैं।
वे
उन्हें प्रोत्साहन देते हैं कि इस लक्ष्य की प्राप्ति हेतु वे अपने कार्यों को आगे बढ़ायें
तथा अपनी सीमाओं एवं निर्धनता को इसमें बाधा न बनने दें।
सन्त पापा ने स्मरण
दिलाया कि चेक गणतंत्र प्रजातंत्रवाद की वापसी की 25 वीं जयन्ती मना रहा है और इस उपलक्ष्य
में वे प्राग में एकत्र युवाओं से निवेदन करते हैं कि वे उन शहीद स्त्री-पुरुषों के लिये
प्रार्थना करें जिन्होंने अपने देशवासियों को स्वतंत्रता दिलवाने के लिये कड़ी यातनाएँ
सही थी।
ईश इच्छा को समर्पित पवित्र कुवाँरी मरियम के अनुकरण का युवाओं से अनुरोध
कर सन्त पापा ने कहा कि युवा व्यक्ति ईश योजना के प्रति उदार रहें ताकि अपने अपने देशों
में वे, विश्वास के तीर्थयात्री बनकर, सुसमाचार का प्रेम सन्देश फैला सकें।