संत की शहादत क्रिसमस को नगण्य समारोह तक सीमित न करने में मददगार
वाटिकन सिटी, शनिवार, 27 दिसम्बर 2014 (सी एन ए)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार 26 दिसम्बर
को संत स्तेफन के पर्व पर कहा कि आरम्भिक कलीसिया के इस महान संत की शहादत ख्रीस्त जयन्ती
की अवधि को एक नगण्य समारोह तक सीमित न करने में हमारी मदद करती है।
संत पापा
ने संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में एकत्र हज़ारों तीर्थयात्रियों के साथ संत स्तेफन
के पर्व दिवस 26 दिसम्बर को, देवदूत प्रार्थना का पाठ करने के पूर्व संदेश में कहा कि
उनकी शहादत ख्रीस्त जयन्ती को एक नगण्य समारोह तक ही सीमित करने के प्रलोभन से बचाती
है।
उन्होंने कहा, ″आज का सुसमाचार पाठ शिष्यों को मिशन पर भेजने के पूर्व दिये
गये येसु के उपदेश को प्रस्तुत करता है जिसमें वे शिष्यों को चेतावनी देते हैं कि उनके
नाम के कारण सभी लोग उनसे बैर करेंगे किन्तु जो अंत तक धीर बना रहेगा उसे मुक्ति मिलेगी।।″
संत पापा ने कहा कि येसु के ये शब्द ख्रीस्त जयन्ती के माहौल को फीका नहीं करते
किन्तु पर्व के सही अर्थ को उजागर करते हैं। यह हमें समझने में मदद करता है कि विश्वास
के कारण स्वीकार की गयी परीक्षा में, हिंसा पर प्रेम की तथा मृत्यु पर जीवन की जीत होती
है।″
ज्ञात हो कि संत स्तेफन कलीसिया के प्रथम शहीद हैं जिन्हें पत्थर प्रहार
से मार डाला गया। उनकी शहादत पर चिंतन करते हुए संत पापा ने कहा कि यद्यपि संत स्तेफन
की तरह ख्रीस्तीय धर्मानुयायीयों को शहादत झेलनी नहीं पड़ती किन्तु प्रत्येक ख्रीस्तीय
को, चाहे वह जिस किसी भी परिस्थिति में हो, उसे अपने विश्वास के अनुकूल जीवन जीना चाहिए
जिसकी वह घोषणा करता है।