वाटिकन सिटी, शनिवार, 20 दिसम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार 20
दिसम्बर को वाटिकन स्थित पौल षष्टम सभागार में पोप जॉन 23 वें संगठन के 7,500 सदस्यों
से मुलाकात कर उनकी उदारता के लिए उन्हें धन्यवाद दिया।
उन्होंने उन्हें सम्बोधित
कर कहा, ″विश्वास उदारता का द्वार खोल देता है तथा येसु का अनुसरण करने हेतु प्रेरित
करता है। यह भले समारितीनी के समान भलाई के कार्य करने के लिए हमें प्रोत्साहन देता है।″
उन्होंने कहा कि प्रभु की उपस्थिति अच्छाई की स्वतंत्रता एवं बुराई की दासता
का अंतर स्पष्ट कर देता है जिसके कारण हमें भले कार्यों को करने का बल प्राप्त होता है।
जब हम भले कार्यों को करते हैं तब हमें आपार आनन्द की प्राप्त होती है और उन कार्यों
के कारण हम अपने पड़ोसियों के बीच चमकने लगते हैं। प्रभु की उपस्थिति हमारी क्षितिज को
और विस्तृत कर देता, हमें विचारों एवं भावनाओं को शुद्ध करता तथा जीवन की कठिनाईयों से
बाहर आने की शक्ति प्रदान करता है।
संत पापा ने उन्हें धन्यवाद देते हुए ख्रीस्त
जयन्ती की शुभकामनाएँ दी। ज्ञात हो कि सन् 1950 ई के दशक में रिमीनी के एक पुरोहित
ओरेस्ते बेज़ी ने ऐसे युवाओं को प्रोत्साहित करने के लिए ″ख्रीस्त के साथ मैत्री सभा″
नामक संस्था की शुरूआत की जो कलीसिया से बिछुड़ चुके थे ताकि वे एकत्र होकर ख्रीस्तीय
मूल्यों को पुनः अपनाना सीख सकें।