ख्रीस्तीय एकता की दिशा में आगे कदम बढ़ाने हेतु संत पापा का आग्रह
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 19 दिसम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने बृहस्पतिवार
18 दिसम्बर को, जर्मन लुथेरन तथा काथलिकों के प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की तथा ख्रीस्तीय
एकता हेतु उन्हें एक साथ मिलकर आगे कदम बढ़ाने का आग्रह किया।
विदित हो कि प्रतिनिधिमंडल
का प्रतिनिधित्व जर्मनी के संयुक्त एवंजेलिकल लूथेरन चर्च के धर्माध्यक्ष गेरहार्ड उलरिक
ने की, उनके साथ जर्मनी के ख्रीस्तीय एकता वर्द्धक आयोग तथा जर्मनी के धर्माध्यक्षीय
सम्मेलन के सदस्य भी शामिल थे।
संत पापा ने उन्हें सम्बोधित करते हुए कहा, ″लुथेरन
तथा काथलिकों के बीच वार्ता के इन 50 वर्षों में महत्वपूर्ण विकास का आधार दोनों समुदायों
के बीच निष्ठा युक्त मित्रता तथा आपसी सहयोग की भावना है।″
उन्होंने कहा कि ऑग्सबर्ग
के बावारिकन शहर में 15 वर्षों पूर्व ‘औचित्य के सिद्धांत’ पर किया गया संयुक्त हस्ताक्षर
एक मील का पत्थर है जो ख्रीस्तीय एकता की राह पर आगे बढ़ने का बल प्रदान करता है। संत
पापा जॉन पौल द्वितीय ने इसे काथलिक कलीसिया के लिए अनिवार्य कहा था।
संत पापा
ने याद किया कि जर्मन धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के द्विपक्षीय वार्ता आयोग तथा लुथेरन एवंजेलिकल
कलीसिया ईश्वर एवं मानव प्रतिष्ठा विषय पर अपना कार्य समाप्त कर रहा है। उन्होंने कहा
कि परिवार, विवाह, लैंगिकता तथा मानव जीवन पर आधारित सभी सवाल महत्वपूर्ण मुद्दे हैं
जिनकी उपेक्षा नहीं की जानी चाहिए।
संत पापा ने आगामी सन् 2017 ई. में लुथेरन
कलीसिया की स्थापना की 500 वीँ वर्षगाँठ की याद कर उन्हें शुभकामनाएँ दी तथा कहा कि ईश्वर
की कृपा तथा पवित्र आत्मा के संचालन द्वारा यह अवसर, मेल-मिलाप तथा एकता का सुन्दर अवसर
प्रदान करे।