इतालवी ओलंपिक समिति के अधिकारियों और एथलीटों को संत पापा ने सम्बोधित किया
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 19 दिसम्बर 2014 (वीआर सेदोक)꞉ संत पापा फ्राँसिस ने शुक्रवार
19 दिसम्बर को, संत पेत्रुस महागिरजाघर में इटली के ओलंपिक समिति के अधिकारियों और 5000
एथलीटों से मुलाकात की।
उन्हें सम्बोधित कर उन्होंने कहा, ″इतालवी ओलम्पिक समिति
ने 100 वर्षों तक इटली में खेल-कूद का संचालन कर उसे प्रोत्साहन दिया है। यह न केवल आधुनिक
युग के ओलम्पिक के लिए एक विशेष अवसर है किन्तु समस्त इटली के लिए सामाजिक, शैक्षिक और
सांस्कृतिक लोकप्रिय बढ़ाने का एक सुनहरा अवसर भी है।″
संत पापा ने ओलम्पिक खेल
का मुख्य उद्देश्य व्यक्ति बतलाते हुए कहा कि यह व्यक्ति के सामंजस्यपूर्ण विकास, मानव
प्रतिष्ठा की रक्षा तथा आदर्श समाज के निमार्ण में दुनिया को योगदान देना है क्योंकि
बिना संघर्ष, तनाव रहित एवं भेदभाव किये बिना, युवाओं का प्रशिक्षण, मित्रता, एकजुटता
और वफादारी को प्रोत्साहन देता है।
संत पापा ने कहा कि खेलों ने लोगों के बीच
हमेशा से भाईचारा तथा मित्रता की भावना को बढ़ावा दिया है विशेषकर, ओलम्पिक विभिन्न देशों,
संस्कृति, परम्परा, आस्था तथा मूल्य मानव अधिकार के हनन से उपर उठने के लिए एक शक्ति
बन गयी है। संत पापा ने उन्हें शुभकामनाएँ दी कि वे विकास पथ पर अग्रसर होते रहें
तथा अपने इस शुभ कार्य को जारी रखें।
संत पापा ने उनके साथ मुलाकात करने की पहल
की सराहना करते हुए कहा कि यह मुलाकात एक मित्रता की मुलाकात है जो कलीसिया के साथ उनकी
करीबी को दर्शाता है। खेल में कुछ ऐसे शब्दों का प्रयोग होता है जो आध्यात्मिक जीवन को
समझने में मददगार हैं। जुनून, उत्साह, लगन, दृढ़ संकल्प तथा चुनौतियाँ आदि शब्द ईश्वर
की ओर बढ़ने में मददगार हैं जिनका प्रयोग संत पौलुस सच्चे विश्वास की शिक्षा देने के
लिए करते हैं।