2014-12-17 12:05:19

नई दिल्लीः दलित भेदभाव के अन्त का तमिल काथलिकों ने किया आह्वान


नई दिल्ली, बुधवार, 17 दिसम्बर सन् 2014 (ऊका समाचार): तमिल नाड के दलित काथलिकों ने सोमवार को वाटिकन से आग्रह किया कि वह भारत की कलीसिया में विद्यमान जातिगत भेदभाव का अन्त करे।

नई दिल्ली में वाटिकन के परमधर्मपीठीय राजदूतावास के समक्ष एक याचिका प्रस्तुत कर तमिल काथलिकों ने अपनी मांग रखी।

तमिल विदूथलाई पूलीगल कच्छी नामक राजनैतिक पार्टी के अध्यक्ष कूडनथाई आरासन ने कहा, "दलितों के लिये कब्रस्तान अलग है तथा उन्हें उच्च जाति के ख्रीस्तीयों के कब्रस्तान में प्रवेश से मनाही है। इसी प्रकार उच्चजाति के ख्रीस्तीयों के लिये अर्पित ख्रीस्तयागों में दलितों का प्रवेश वर्जित है।"

उक्त राजनैतिक पार्टी के उपाध्यक्ष विनोद कुमार के अनुसार भारत की कुल ख्रीस्तीय आबादी का 70 प्रतिशत दलित है।

उन्होंने कहा, "ख्रीस्तीय समुदाय में दलितों की संख्या अधिक है किन्तु इसके बावजूद उन्हें कलीसिया में उपयुक्त प्रतिनिधित्व नहीं मिलता है।"












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